By अंकित सिंह | Aug 09, 2024
आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बांग्लादेश में वर्तमान में हो रही घटनाओं पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि आरएसएस पिछले कुछ दिनों में सत्ता परिवर्तन आंदोलन के दौरान हिंदुओं, बौद्धों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हुई हिंसा की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करता है। अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि लक्षित हत्या, लूट, आगजनी, हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध और मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि आरएसएस इसकी कड़ी निंदा करता है।
आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेकर ने दत्तात्रेय होसबोले के संदेश को बताते हुए आगे कहा कि उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से यह अपेक्षा की जाती है कि वे ऐसी घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाएं तथा पीड़ितों के जीवन, संपत्ति और सम्मान की रक्षा के लिए सभी प्रबंध करें। उन्होंने वैश्विक समुदाय और भारत के राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे उत्पीड़न के शिकार हिंदुओं, बौद्धों और अन्य समुदायों के साथ एकजुट होकर खड़े हों। उन्होंने भारत सरकार से भी अपील की है कि आरएसएस बांग्लादेश के मित्र पड़ोसी देश के रूप में उचित भूमिका निभाने का प्रयास करे और हिंदुओं, बौद्धों और अन्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करे।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक पैनल का गठन किया। शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि बांग्लादेश में चल रहे हालात के मद्देनजर, मोदी सरकार ने भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है। समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ संचार चैनल बनाए रखेगी ताकि वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मंत्री ने कहा कि समिति की अध्यक्षता एडीजी, सीमा सुरक्षा बल, पूर्वी कमान करेंगे।