By अंकित सिंह | May 28, 2022
उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे आरपीएन सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान आरपीएन सिंह ने भाजपा के लिए प्रचार भी किया। वह कुशीनगर क्षेत्र से आते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा से बाहर जाने के बाद क्षेत्र में पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था। हालांकि आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद यहां का समीकरण भगवा पार्टी के पक्ष में रहा। अब राज्यसभा के चुनाव हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या आरपीएन सिंह को भाजपा इनाम देगी? सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने जिन लोगों के नाम तय किए हैं उनमें आरपीएन सिंह का भी नाम शामिल है। हालांकि अभी आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। आरपीएन सिंह के अलावा गोरखपुर सदर से विधायक रहे और योगी आदित्यनाथ के लिए अपना सीट छोड़ने वाले राधा मोहन दास अग्रवाल को भी भाजपा राज्यसभा भेज सकती है।
हालांकि, खबर यह भी है कि पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला का इस बार भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची से नाम बाहर हो सकता है। दरअसल, शिव प्रताप शुक्ला भी गोरखपुर से आते हैं। अगर राधा मोहन दास को राज्यसभा का टिकट मिलता है तो ऐसे में शिव प्रताप शुक्ला को आगे के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। आरपीएनसिंह की बात करें तो वह लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। हाल में ही जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुशीनगर पहुंचे थे तब भी आरपीएन सिंह उनके साथ नजर आ रहे थे। आरपीएन सिंह और राधा मोहन दास अग्रवाल के अलावा कई और ऐसे नाम है जिन्हें भाजपा इस बार कि राज्यसभा भेज सकती है। विधानसभा चुनाव में राधा मोहन सिंह को जब भाजपा की ओर से टिकट नहीं दिया गया तो अखिलेश यादव ने उन्हें समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया था। हालांकि वे पार्टी के प्रति निष्ठावान रहे।
इन 8 नामों पर चर्चा
वर्तमान में देखें तो उत्तर प्रदेश से 8 भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार आराम से उच्च सदन पहुंच सकते हैं। जय प्रसाद निषाद, संजय सेठ, सुरेंद्र नागर, शिव प्रताप शुक्ला और जफर इस्लाम फिलहाल राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा की राज्य कोर कमेटी की बैठक में इन नामों पर चर्चा हुई और इन्हें फिर से राज्यसभा भेजने की सिफारिश की गई। हालांकि, आखरी फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। दूसरी खबर यह भी है कि मुख्तार अब्बास नकवी उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि फिर जफर इस्लाम का क्या होगा? एक राज्य से दो-दो मुस्लिम नेताओं को भाजपा क्या राज्यसभा भेजेगी? संजय सेठ के अलावा सुरेंद्र नागर को भी भाजपा फिर से राज्यसभा भेज सकती है। यह दोनों बड़े कारोबारी हैं।