नयी दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर मानना है कि सीमित ओवरों के प्रारूपों में भारतीय कप्तान विराट कोहली की तुलना में रोहित शर्मा अधिक प्रभाव डालने में सफल रहे हैं। गंभीर ने हालांकि यह भी माना कि कोहली इन प्रारूपों में रोहित से ज्यादा रन बनायेंगे। ‘इंडिया टुडे’ की वेबसाइट के मुताबिक गंभीर ने ‘स्पोर्ट्स तक’ से कहा, ‘‘ सीमित ओवरों के क्रिकेट में इसका ज्यादा महत्व होता है कि कौन अधिक प्रभाव डालता है। कोहली रोहित से ज्यादा रन बनायेंगे, कोहली मौजूदा दौर के खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ है। लेकिन मैच में प्रभाव डालने के मामले में रोहित उनसे आगे है।’’
गंभीर ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि वह (रोहित) सीमित ओवर के प्रारूप में अभी दुनिया के सबसे अच्छे बल्लेबाज है। वह सर्वकालिक महान क्रिकेटर नहीं है लेकिन मौजूदा समय में सीमित ओवरों के प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है। उन्होंने एकदिवसीय में तीन दोहरे शतक लगाने के अलावा एक ही विश्व कप में पांच शतकीय पारी खेली हैं। वह इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो अगर शतक बना लेते है तो लोग कहते है कि दोहरे शतक से चूक गये।’’ भारत की टी20 विश्व कप (2007) और एकदिवसीय विश्व कप (2011) विजेता टीम के हिस्सा रहे गंभीर ने कहा , ‘‘ दोनों बल्लेबाजों की तुलना करना मुश्किल है। विराट अविश्वसनीय है। उनके आंकड़े भी इस बात की गवाही देते है। लेकिन अगर आपकी छवि ऐसी बन जाए कि जब आप शतक बनाये तो लोग कहें की आप दोहरे शतक से चूक गये तो इससे आपके प्रभाव का पता चलता है।’’
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तैतीस साल के रोहित ने 224 एकदिवसीय में 29 शतक और 49.27 के औसत से 9115 रन बनाये है। उनका स्ट्राइक रेट 88.92 है। टी20 अंतरराष्ट्रीय में 108 मैच में उन्होंने 2273 रन बनाये है। इसमें उनका औसत 32.62 और स्ट्राइक रेट 138.78 है। कोहली ने 248 एकदिवसीय में 59.33 के औसत से 11867 रन बनाये है। इस दौरान 31 साल के इस खिलाड़ी ने 43 शतकीय पारी खेली है और उनका स्ट्राइक रेट 93.25 का रहा है। टी20 में भी उन्होंने 82 मैचों में 50.80 की औसत और 138.24 के स्ट्राइक रेट से 2794 रन बनाये हैं। गंभीर ने रोहित के करियर की सफलता का श्रेय पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ रोहित आज जहां हैं, वह एमएस धोनी की वजह से है। एमएस के बारे में एक अच्छी बात यह थी कि वह हमेशा रोहित को बातचीत का हिस्सा बनाकर रखते थे। रोहित जब टीम का हिस्सा नहीं थे तब भी वह बातचीत का हिस्सा होते थे। धोनी ने उन्हें कभी नजरअंदाज नहीं किया।’’ गंभीर ने कहा, ‘‘ कप्तान का समर्थन किसी खिलाड़ी को आगे बढ़ाता है।