By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 07, 2022
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद को बुधवार रात राष्ट्रीय राजधानी स्थित देश के प्रमुख अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया। उन्हें हवाई मार्ग से पटना के एक अस्पताल से यहां लगाया गया है। राजद सूत्रों ने यह जानकारी दी। बिहार की राजधानी के अस्पताल में प्रसाद के कंधे समेत तीन जगह ‘फ्रैक्चर’ का शुरुआती इलाज किया गया है। वह अपने घर में गिर पड़े थे जिस वजह से उन्हें ये फ्रैक्चर हुए हैं। बिहार के 74 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री के साथ डॉक्टरों की एक टीम, उनकी एमबीबीएस डॉक्टर पुत्री एवं राज्यसभा सदस्य मीसा भारती साथ थीं। उनकी पत्नी राबड़ी देवी और छोटे बेटे तेजस्वी यादव दिन में दिल्ली आ गए थे।
सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद को रात करीब 9:35 बजे एम्स में भर्ती कराया गया। इससे पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने बताया कि अपने घर में गिरने की वजह से प्रसाद के कंधे समेत तीन जगह ‘फ्रैक्चर’ हो गया है और उनका शरीर ‘जाम’ हो गया है और वह ज्यादा हिल-डुल नहीं पा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद को सोमवार को तबियत बिगड़ने के बाद पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले वह घर पर गिर पड़े थे और चोटिल हो गए थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रसाद की कुशलक्षेम जानने के लिए पटना के अस्पताल पहुंचे और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
प्रसाद की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बुधवार को दिल्ली पहुंच गईं। उन्होंने कहा, “ उनकी (प्रसाद) की सेहत अब थोड़ी बेहतर है।” राजद कार्यकर्ताओं और प्रसाद के समर्थकों को दिए संदेश में राबड़ी देवी ने कहा, “ चिंता मत कीजिए, उनका इलाज किया जा रहा है और वह स्वस्थ हो जाएंगे। सब उनके लिए प्रार्थना करें कि वह जल्द स्वस्थ हों।” यहां अपनी मां के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “ हम उन्हें दिल्ली के एम्स ला रहे हैं क्योंकि यहां बेहतर इलाज हो सकता है और डॉक्टर उनके मेडिकल इतिहास से परिचित हैं।” बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “ वह गिर गए थे जिसके बाद उन्हें तीन जगह फ्रैक्चर हुआ है। उनके गिरने के बाद जटिलाएं बढ़ गईं क्योंकि शरीर जाम हो गया है और वह ज्यादा हिल-डुल नहीं पा रहे हैं।” चारा घोटाला मामलों में जमानत पर रिहा लालू ने पिछले महीने झारखंड उच्च न्यायालय से गुर्दा प्रतिरोपण के लिए विदेश, खासकर सिंगापुर जाने की इजाज़त ली थी। यह पूछे जाने पर कि क्या सिंगापुर जाना संभव होगा, तो तेजस्वी ने कहा कि अगर दो-चार हफ्ते में वह अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर सकते हैं तो हम उन्हें सिंगापुर ले जा सकते हैं।