सोशल मीडिया में पोस्टर के चित्र पोस्ट करने के बाद अमेरिका की संस्था एनपीआर डॉट ओआरजी ने रंजना के बारे में अध्ययन किया और पाया कि कोरोना काल में लोगों को जागरुक करने के मामले में वह दुनियां की प्रभावशाली 19 महिलाओं में एक हैं। वाशिंगटन डीसी के नेशनल पब्लिक रेडियो में यह कहानियां प्रकाशित हुई तो दुनिया भर में रीवा जिले की रंजना द्विवेदी को लोगों ने जाना। रंजना के कार्यों की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायी है। घर से निकलकर करीब सात किलोमीटर पैदल पथरीली और पहाड़ी क्षेत्र में चलना, साथ में नदी पार करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। इतनी ही दूरी वह वापस लौटने के लिए भी तय करती हैं। रंजना बताती हैं कि कई बार वह पथरीले रास्ते में चलते समय गिरकर चोटिल हो चुकी हैं। साथ ही नदी में नाव भी पलट चुकी है, लेकिन तैराकी जानने की वजह से वह नदी में बच गई।