By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 12, 2018
दुबई। तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की अप्रैल में बैठक होगी जिसमें तेल उत्पादन में कटौती के निर्णय के प्रभाव की समीक्षा के साथ आपसी सहयोग को मजबूत बनाने के लिये दीर्घकालीन समझौते पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के ऊर्जा मंत्री सुहैल अल-माजरोई ने बुधवार को यह कहा। ओपेक के सदस्य देश पिछले सप्ताह ही कीमत बढ़ाने के लिये तेल उत्पादन में कटौती के लिये सहमत हुए हैं। माजरोई ने दुबई में एक सम्मेलन के दौरान अलग से संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘अप्रैल में हमारी समीक्षा बैठक होगी जिसमें निर्णय पर विचार किया जाएगा।’’
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ओपेक तथा कुछ गैर-ओपेक देशों ने जनवरी से छह महीने के लिये तेल उत्पादन में 12 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती का निर्णय किया है। कच्चे तेल के भावों में कुछ सप्ताह में एक चौथाई गिरावट के बाद यह पहल की गयी है। तेल की कीमत फिलहाल 60 डालर बैरल के करीब है जो अक्तूबर की शुरूआत में 85 डालर बैरल से अधिक थी। कमजोर मांग और आपूर्ति बढ़ने की आशंका में दाम नीचे आये।
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मंत्री माजरोई ने कहा कि राष्ट्रीय तेल कंपनी एडीएनओसी ने पहले ही अपने ग्राहकों को सूचित कर दिया है कि वह जनवरी से उत्पादन में 2.5 प्रतिशत की कटौती करेगा। यूएई ओपेक का चौथा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। उसका उत्पादन करीब 30 लाख बैरल प्रतिदिन है। उन्होंने कहा कि उत्पादक ओपेक और गैर-ओपेक देशों के बीच कटौती को लेकर सहयोग को संगठित रूप से देने के लिये अप्रैल में दीर्घकालीन समझौता करेगा।