कोरोना महामारी के कारण न सिर्फ उघोग जगत बल्कि फिल्म इंडस्ट्री को भी काफी नुकसान हुआ है। कोरोना लॉकडाउन से फिल्मों की शूटिंग बीच में ही रूकी हुई है। तीन महींनों से एक भी फिल्में रिलीज नहीं हुई है जिसकी वजह से सिनेमाघरों के मालिकों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए अब सिनेमाघरों के मालिकों ने केंद्र और राज्य सरकारों से सिनेमा को दोबारा खोलने का आग्राह किया है। 'मल्टिप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' और सिंगल स्क्रीन के मालिकों ने सरकार से 30 जून के अंत तक सिनेमा को दोबारा शुरू करने की मांग की है। बता दें कि सिनेमाघरों में फिल्म शुरू करने से पहले प्रड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने गाइडलाइंस जारी की है जिसका पालन करना सभी के लिए अनिवार्य होगा। फिलहाल सिनेमा लवर्स के लिए अच्छी खबर यह हैं कि अनलॉक में सरकार ने सिनेमाघरों के खोलने की बात की है। इसके तहत सरकार अनलॉक के फेज 3 में सिनेमा खोलने पर विचार कर रही है। यह भी उम्मीद लगाई जा रही है कि जुलाई-अगस्त के महीने में सिनेमाघरों को खोला जा सकता है। दूसरी और महाराष्ट्र सरकार भी कुछ शर्तों के साथ फिल्म की शूटिंग दोबारा शुरू करने की परमिशन दे सकती है। ऐसे में उन फिल्मों को भी जल्द रिलीज किया जा सकता है जिसमें थोड़ा काम बाकी है।
कई फिल्मों के पोस्ट प्रोडक्शन का काम चल रहा है
जानकारों के मुताबिक अगर जुलाई में सरकार सिनेमाघरों को खोलने का आदेश दे देती है तो सबसे पहले बड़ी फिल्में 15 अगस्त यानि की स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज की जा सकती है। सबसे पहले रिलीज होने वाली फिल्मों में अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशम होगी क्योंकि वह 24 मार्च को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना लॉकडाउन की वजह से ये नहीं हो पाया। तरण आदर्श के मुताबिक फिल्म 83, राधे और लक्ष्मी बॉम जैसी फिल्मों का पोस्ट प्रोडक्शन का काम बाकी है इसलिए ये फिल्में बाद में पोस्ट प्रोडक्शन के बाद रिलीज की जाएगी। जानकारी के मुताबिक सलमान की राधे फिल्म की 20 दिनों की शूटिंग बाकी है वहीं कुछ फिल्मों की डबिंग और एडिटिंग का काम भी बाकी है। तरण के अनुसार, फिल्मों की रिलीज शेड्यूल को तैयार करने के लिए निर्माताओं को भी होना जरूरी होता है लेकिन कोरोना के कारण अभी मिलना-जुलना बंद है।
ट्रेड एनलिस्ट गिरीश जौहर का मानना है कि सरकार की गाइडलांइस के अनुसार ही सिनेमाघरों को जुलाई में खोला जा सकता है। सवाल यह भी है कि अगर सरकार 30 फीसदी के साथ सिनेमा को खोलने को तैयार होती भी है तो क्या सिनेमावाले इस चीज को लेकर तैयार होंगे? साथ ही सिनेमाघर पूरे राज्य में खुलने चाहिए क्योंकि कोई भी फिल्म निर्माता एक राज्य में अपनी फिल्म रिलीज करने को तैयार नहीं होगा। गिरिश ने यह भी कहा कि अगर सिनेमाघर खुल भी जाते है तो ऑडिंयंस के अंदर बने कोरोना के डर को कैसे खत्म किया जाएगा। कितने लोग फिल्म देखने सिनेमा आएंगे? ऐसे में सिनेमाघरों के खुलने के बाद भी जनता कब सिनेमा देखने आती है यह कहना बहुत मुशिकल होगा।
इसे भी देखें- बॉबी के राजा से मुल्क के मुराद अली Legend Rishi Kapoor