By अंकित सिंह | Feb 05, 2024
देश के विभिन्न अल्पसंख्यक वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले धार्मिक गुरुओं ने संसद में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इन लोगों ने संसद की कार्यवाही देखा। इसके बाद ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि हम यह संदेश देना चाहते थे कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि हम भारत में रहते हैं और हम भारतीय हैं। हमें देश को मजबूत बनाना है। हमने यह भी संदेश दिया है कि हम सब एकजुट हैं।
महाबोधि अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र के पूर्व अध्यक्ष भिक्खु संघसेना ने कहा कि नई संसद का दौरा करना और पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति के साथ संक्षिप्त बातचीत करना एक ऐतिहासिक क्षण है। हमने कहा कि देश की समृद्धि के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर सभी अल्पसंख्यक धर्मगुरुओं ने कहा कि हमारी जातियाँ, रीति-रिवाज, धर्म, प्रार्थना पद्धतियाँ भिन्न हो सकती हैं। लेकिन एक इंसान के रूप में हमारा सबसे बड़ा धर्म मानवता है। हम सब एक ही देश में रहते हैं, हम सब भारतीय हैं। आइए हम अपने देश को मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि हमारा देश हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें मिलकर अपने देश को आगे ले जाना है।' धार्मिक गुरुओं ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम फिर से 'विश्वगुरु' बनने के करीब हैं और ऐसा करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। नए संसद भवन के ये दृश्य हमारे देश के बदलते समय का प्रमाण हैं। जैन गुरु विवेक मुनि ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छी मुलाकात रही... हम यहां इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन की ओर से इकट्ठा हुए हैं।' एकता, अखंडता और सर्व धर्म सद्भाव पर हमारे काम की पीएम मोदी ने सराहना की है।