Indian Women Team: कैच छोड़े, रन लुटाए... लगातार नॉकआउट में बढ़िया प्रदर्शन नहीं करने को लेकर उठ रहे सवाल

By अंकित सिंह | Feb 24, 2023

दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी T20 महिला विश्व कप 2023 खेला जा रहा है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में पहुंचने के लिए उसे ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त देनी थी। लेकिन एक बार फिर से भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के बादशाहत को चुनौती नहीं दे सकी। भारतीय टीम को एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस मुकाबले में भी टीम इंडिया से कुछ बड़ी ग़लतियां हुई जिसकी वजह से भारत के हाथ से यह मैच निकलता गया। टॉस हारकर टीम को पहले गेंदबाजी करना पड़ा। भारतीय गेंदबाजी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने बेबस नजर आ रही थी। गेंदबाजों ने खूब रन लुटाए। इसके बाद फील्डिंग भी कुछ खास नहीं रही। दो अहम मौकों पर कैच छोड़े गए जो कि टीम के लिए काफी भारी पड़े। 

 

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भारतीय टीम ने शुरुआत से ही जो रन लुटाने का सिलसिला रहा उसे बरकरार रखा। हालांकि, बीच में रन गति में थोड़ी कमी जरूर आई थी। लेकिन आखिरी के 2 ओवर में भारतीय गेंदबाजों ने 30 रन लुटा दिए। भारत के हार में ये बड़ा कारण बना। इसके अलावा बड़े मुकाबलों में एक बार फिर से भारत के टॉप ऑर्डर पूरी तरह विफल रही। यही कारण है कि एक बार फिर से सवाल उठ रहे हैं। भारतीय टीम ने लंदन, मेलबर्न, बर्मिंघम वाली गलती अब केपटाउन में दोहराई है। वनडे विश्व कप 2017 के फाइनल में पहुंचते ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक नया इतिहास बना लिया था। माना जा रहा था कि इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम को भारत कड़ी टक्कर देगी। लेकिन कहानी में कोई बदलाव नहीं हुआ। हरमनप्रीत कौर के रन आउट होने से कहानी पूरी तरह बदल गई और टीम को एक ऐसी हार मिली जो काफी दिनों तक भुलाया नहीं जा सकता है। 

 

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हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय टीम नॉकआउट में जीतने में नाकामयाब हुई है। 2017 के विश्वकप फाइनल में इंग्लैंड से हार मिली थी। इसके बाद 2018 में टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में फिर से इंग्लैंड उसके सामने रोड़ा बना था। भारतीय टीम पिछले टी-20 विश्व कप के मेलबर्न में खेले गए फाइनल और पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक मैच में भी हार गई थी। इन दोनों अवसरों पर उसे आस्ट्रेलिया ने पराजित किया। वर्तमान विश्वकप के लीग चरण में भारतीय टीम का प्रदर्शन असंगत रहा था लेकिन सेमीफाइनल में वह जीत की स्थिति में थी। लचर क्षेत्ररक्षण और औसत गेंदबाजी के बावजूद हरमनप्रीत और जेमिमा रोड्रिग्स की बल्लेबाजी से भारत जीत की स्थिति में था। ऐसे में सवाल उठता है कि भारतीय टीम इस तरह के दबाव वाले मैचों में अनुकूल परिणाम क्यों हासिल नहीं करती। क्या यह टीम के चयन से जुड़ा कोई मुद्दा है या फिटनेस जिसके कारण क्षेत्ररक्षण बेहद खराब रहा। या फिर टीम की रणनीति या कुछ और। गुरुवार को भारत का क्षेत्ररक्षण बेहद खराब रहा और क्षेत्ररक्षण कोच शुभादीप घोष को कई सवालों के जवाब देने होंगे। 

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