By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 28, 2020
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए 50,000 करोड़ रुपये के नकद धन की विशेष सुविधा उपलब्ध कराने की भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की घोषणा से संकट के वर्तमान समय में छोटे निवेशकों के हित की रक्षा करने के केंद्र सरकार के प्रयासों को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते अर्थव्यवस्था को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नड्डा ने कहा, ‘‘कोविड-19 हमारी अर्थव्यवस्था के लिए कई चुनौतियां लेकर आया है। इससे निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने कई त्वरित निर्णय लिए हैं। इसे आगे बढ़ाने और छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए आरबीआई की म्यूचुअल फंड के लिए 50,000 करोड़ रुपये की विशेष नकदी सुविधा की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं।’’
इसे भी पढ़ें: सोनिया ने MSME क्षेत्र की स्थिति पर जताई चिंता, राहत कदम उठाये जाने का किया आग्रह
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि यह उपाय लघु अवधि ऋण कोष के प्रदर्शन को स्थिर करेगा और ऋण (बांड) बाजार के बारे में निवेशकों की धारणा में सुधार करेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को कोरोना वायरस महामारी के चलते नकदी की तंगी से जूझ रही म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए विशेष तरलता सुविधा लाकर उन्हें राहत देने की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक म्यूचुअल फंड कंपनियों की मदद के लिए बैंकों को 50,000 करोड़ रुपये की नकदी की विशेष सुविधा उपलब्ध कराएगा। हाल में, फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड कंपनी ने अपनी छह बांड योजनाओं को बंद करने की घोषणा की थी। ऐसे में रिजर्व बैंक की यह घोषणा काफी अहम है।
इसे भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच म्यूचुअल फंड्स के लिए RBI ने दिए 50 हजार करोड़
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते पूंजी बाजार में उतार-चढ़ाव से म्यूचुअल फंड कंपनियों के पास नकदी की कमी है। भाजपा अध्यक्ष ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से वकीलों के एक समूह से बातचीत की और उन्हें कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए सरकार द्वारा उठाये गये विभिन्न कदमों से अवगत कराया। पार्टी ने एक बयान में कहा कि वकीलों ने इन उपायों की सराहना की और कहा कि इन कदमों के चलते महामारी के प्रसार को थामा जा सका है।