By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 14, 2018
नयी दिल्ली। शक्तिकांत दास को आरबीआई का नया गवर्नर नियुक्त किये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने देश के केंद्रीय बैंक को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश की है। लोकसभा में माकपा के उपनेता मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाया कि सरकार ने आरबीआई बोर्ड में केवल उन लोगों को नियुक्त किया है जिनका संघ से संबंध है। उनका इशारा भाजपा के वैचारिक संगठन आरएसएस की ओर था।
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सलीम ने संवाददाताओं से कहा, ‘आरबीआई की स्वतंत्रता दांव पर है। आरबीआई इतिहास बनने जा रहा है। नोटों पर अब मोदी के दस्तखत होंगे।’ उन्होंने कहा कि आरबीआई की स्वतंत्रता देश की वित्तीय प्रणाली की मूल ताकत है। सलीम ने कहा कि आर्थिक रूप से निरक्षर संघियों को इस केंद्रीय बैंक के बोर्ड में नियुक्त किया गया है। इस केंद्रीय बैंक के शासन और स्वायत्तता से जुड़े मुद्दों पर सरकार के साथ कथित टकराव के बीच उर्जित पटेल ने अचानक मंगलवार को आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। पूर्व आर्थिक मामले सचिव शक्तिकांत दास ने बुधवार को आरबीआई के नये गवर्नर के रूप में पदभार संभाला।