By निधि अविनाश | Nov 24, 2021
केंद्र सरकार ने 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के लिए 26 विधेयक सूचीबद्ध किए हैं। इसमें तीनों कृषि कानून को निरस्त करने वाले विधेयक करने के साथ-साथ सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद बिटकॉइन की कीमत 46 लाख रुपये से घटकर 40 लाख रुपये हो गई। जानकारी के लिए बता दें कि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपने रुख प्रकट करते हुए कहा कि भारत में क्रिप्टो करेंसी खातों की संख्या अतिरंजित है और क्रिप्टो पर गहन चर्चा की आवश्यकता है। आरबीआई गवर्नर का ये बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोक्यूरेंसी बिल पेश करने की तैयारी में जुटी है।
RBI हमेशा से कर रहा क्रिप्टोकरेंसी के प्रतिबंध का समर्थन
TOI की एक खबर के मुताबिक, आरबीआई हमेशा से क्रिप्टोक्यूरेंसी पर प्रतिबंध का समर्थन करता आ रहा है। अपनी रिपोर्ट में RBI ने कहा कि, क्रिप्टोक्यूरेंसी का उपयोग अवैध कामों के लिए किया जा सकता है। क्रिप्टोक्यूरेंसी को एक मुद्रा नहीं कहा जा सकता है। केन्द्र सरकार भी बिटकॉइन पर बैन लगाने के समर्थन में है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्टोकरेंसी पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह की आभासी मुद्राओं से देश की आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता को लेकर कई गहरी चिंताएं जुड़ी हुई हैं। दास का यह बयान क्रिप्टोकरेंसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के चंद दिनों बाद आया था। उस बैठक में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े जोखिमों को लेकर गहरी चिंता जताई गई थी। संसद की स्थायी समिति ने क्रिप्टोकरेंसी के तमाम पहलुओं को लेकर हितधारकों के साथ चर्चा की जिसमें कई सदस्यों ने इसपर पूर्ण प्रतिबंध के बजाय इसके नियमन की जरूरत बताई।
दास ने आठवें एसबीआई बैंकिंग एवं आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े गहरे मुद्दों पर गहन विमर्श की जरूरत है। दास ने कहा, ‘‘आंतरिक विमर्श के बाद आरबीआई की यह राय है कि वृहत आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता पर गंभीर चिंताएं हैं और इनके बारे में गहन चर्चा करने की जरूरत है।’’ दास ने चलन में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी की मात्रा पर संदेह जताते हुए कहा कि निवेशकों को इसके जरिये लुभाने की कोशिश की जा रही है। क्रिप्टो खाते खोलने के लिए ऋण भी दिए जा रहे हैं।