By डॉ. रमेश ठाकुर | Aug 24, 2020
अयोध्या की सूरत भूमि पूजन के बाद बदल गई है। बदलने का कारण सभी को पता है। सदियों पुराने झगड़े का पटाक्षेप होने के बाद वहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के मंदिर बनने का रास्ता साफ हुआ। इसी अध्याय में एक और यादगार कड़ी जुड़ने वाली है। विश्व की सबसे बड़ी रामलीला का मंचन भी वहां होना प्रस्तावित है। उस रामलीला में कुछ सुप्रसिद्ध कलाकार भूमिका निभाएंगे। उन्हीं में एक नाम भोजपुरी स्टार और भाजपा सांसद रवि किशन का भी है। 17 से 25 अक्टूबर के बीच होने वाली ऐतिहासिक रामलीला में वह रामायण पात्र का कोई एक अहम किरदार निभाएंगे। रामलीला में भूमिका निभाने की तैयारियों को लेकर डॉ0 रमेश ठाकुर ने एक्टर व सांसद रवि किशन से विस्तृत बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य हिस्से।
प्रश्न- अयोध्या में आयोजित होने जा रही भव्य रामलीला ऐतिहासिक होने वाली है?
उत्तर- जी हां। समूचे रामायण काल का चित्रण दिखाया जाएगा। पीढ़ियाँ गुजर गईं, सिर्फ इस इंतजार में कि अयोध्या में मर्यादा प्रभु श्रीराम का घर स्थापित हो। उनका घर हम भक्तों के लिए मंदिर कह लाए और उसमें पूजा-अर्चना करके हम श्रीराम की आराधना कर सकें। ऐसी चाह लिए अनगिनत भक्त परलोक भी सिधार गए। हमारे जीते-जी उनका मंदिर स्थापित हो इससे बड़ी बात भला दूसरी कोई और हो नहीं सकती। लेकिन, कुछ शक्तियां ऐसी व्याप्त रहीं जिन्होंने ऐसा नहीं होने दिया। पर, अब अयोध्या की फिजा पहले से जुदा है। पांच अगस्त को हुए भूमि पूजन के बाद से ही अयोध्या में हर तरफ जयश्री राम के नारे गूँज रहे हैं। इन्हीं लम्हों को यादगार बनाने के लिए वहां विशाल और ऐतिहासिक रामलीला का मंच सजने वाला है। मैं किस्मत का धनी हूं जो इस लीला का हिस्सा बनूंगा।
प्रश्न-सुनने में आया है कि पात्रों की ज्यादातर भूमिकाएँ बॉलीवुड कलाकार निभाएंगे?
उत्तर- कलाकारों का चुनाव आयोजक करेंगे। मंच पर हर तरह के आर्टिस्ट अपने हुनर का जौहर बिखेरते नजर आएंगे। बॉलीवुड से कुछ चुनिंदा कलाकारों का चुनाव हुआ है जिसमें मनोज तिवारी अहम किरदार निभा सकते हैं। दारा सिंह के पुत्र बिंदु दारा सिंह और शाहबाज खान भी नजर आएंगे। देखिए, कौन अभिनय करेगा और कौन-कौन देखेगा, ये सब आयोजकों पर निर्भर करेगा। पर, हाँ ये ऐसी रामलीला होने वाली है जिसे पूरा संसार देखेगा। मंच से कुछ ऐसा दिखाने का प्रयास किया जाएगा, जिसमें रामायण काल के अनछुए किस्सों का अक्स झलके। साथ ही उस दौर की जीवंत तस्वीर का दर्शकों को अहसास हो सके।
प्रश्न- दर्शक कैसे देख पाएंगे अयोध्या की रामलीला?
उत्तर- इसकी समुचित व्यवस्था की गई है। वैसे, ये सवाल लाखों लोगों की ज़ुबान पर है। राम नगरी में 17 से 25 अक्टूबर के बीच होने वाली ऐतिहासिक रामलीला का दीदार पूरा जगत करना चाहता है। देखिए, यदि कोरोना का प्रकोप नहीं रहा। सब कुछ सामान्य हो जाता है तो खुले मंच से भी एक साथ हजारों दर्शक सामने से प्रस्तुति देख सकेंगे। यदि कोरोना संकट जारी रहा, तो अयोध्या के ही चुनिंदा स्थल पर रामलीला की शूटिंग कर उसका ऑनलाइन टीवी चैनल, इंस्टाग्राम लाइव, फेसबुक, यूट्यूब, सोशल मीडिया आदि प्लेटफॉर्म पर प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए बड़े लेवल पर इंतेजामात किए जा रहे हैं।
प्रश्न- आपके अलावा मनोज तिवारी, बिंदु दारा सिंह व शाहबाज खान भी रोल करेंगे?
उत्तर- जी हाँ, ये सभी कलाकार भी भाग ले रहे हैं। मनोज तिवारी के हिस्से बहुत अहम किरदार आएगा। बॉलीवुड के कुछ और कलाकार अयोध्या में होने जा रही रामलीला से जुड़ेंगे। परंपरागत और मंचीय कलाकारों का भी जमावड़ा लगेगा। जहां तक मेरी जानकारी है बॉलीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह हनुमान की भूमिका निभाएंगे, वहीं रावण की भूमिका में शाहबाज खान नजर आ सकते हैं। मैं शायद लक्ष्मण या अन्य पात्र में रहूंगा। बाकी बदलाव तो अंत तक होते रहेंगे। जो जिस रोल में जंचेगा, उससे वही रोल कराया जाएगा।
प्रश्न- इस आयोजन का मुख्य मकसद क्या है?
उत्तर- एक नहीं कई हैं? ये कोई राजनीतिक प्रोग्राम नहीं है, आस्थाओं से जुड़ा धार्मिक आयोजन है। रामलीला मंचन के जरिए भगवान राम के आदर्शों को घर-घर और जन-जन तक पहुंचाना होगा। भगवान श्रीराम के साथ कितना अन्याय हुआ, शायद बताने की जरूरत नहीं? उनके जीवनकाल में वनवास मिला और कलयुग में उनको बेघर कर दिया। हमें शुक्रिया अदा करना चाहिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिन्होंने अपने प्रयासों से ये करिश्मा कर दिखाया। उनके अथक प्रयासों से कोर्ट में इस केस को लेकर तेजी आई और निर्णय आ सका। मुझे लगता है ये बहुत पहले किया जा सकता था। लेकिन विपक्षी दलों ने अंड़गे पे अड़ंगा लगाया। खैर, देर आए दुरुस्त आए। हमें स्वागत करना चाहिए, रामलला का। प्रभु राम के आदर्शों को हमें अपने जीवन में भी उतारना चाहिए। इसी उद्देश्य मात्र से रामलीला का मंच अयोध्या में सजाया जा रहा है।
प्रश्न- इसे सरकारी आयोजन समझा जाए?
उत्तर- एक तौर पर कह सकते हैं? आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार की गाइडलाइंस और अयोध्या जिला प्रशासन की अनुमति से होगा। प्रशासनिक अधिकारियों ने अभी से मंचन स्थलों का निरीक्षण करना आरंभ कर दिया है। जो कलाकार भूमिका प्ले करेंगे, उनसे संपर्क साधा जा चुका है। अयोध्या की भव्यता का भव्य आज पूरे संसार में बिखर चुका है। श्रीराम मंदिर दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में एक गिना जाएगा। मंदिर बनने के बाद वहां प्रतिदिन देश से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लाखों-करोड़ों भक्तों का आगमन हुआ करेगा। क्योंकि हर कोई राम जन्म स्थान की मिट्टी को अपने माथे से लगाना चाहेगा।
-जैसा डॉ. रमेश ठाकुर से रवि किशन ने कहा।