इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'मातृ' से अभिनेत्री रवीना टंडन ने बड़े पर्दे पर वापसी की है। फिल्म चूंकि महिला प्रधान है इसलिए रवीना पर ही पूरा फोकस है और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी अभिनय प्रतिभा का एक बार फिर लोहा मनवाया है। फिल्म का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ आए दिन हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना है। लेकिन अत्याचार का बदला महा अत्याचार से लेना शायद लोगों को पचे नहीं। इंटरवेल के बाद की फिल्म में नाटकीयता इतनी ज्यादा हो गयी है कि कहानी सहज नहीं लगती।
फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि एक बार विद्या (रवीना) और उसकी बेटी टीया रास्ता भटक जाते हैं और अपूर्व मलिक (मधुर मित्तल) के घर पहुंच जाती हैं जो एक बड़े राजनेता का बिगड़ैल बेटा है। जब विद्या और उसकी बेटी वहां पहुंचते हैं तो वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा होता है। नशे में उस समय वह सभी मां-बेटी के साथ जोर जबरदस्ती करके बलात्कार करते हैं। इस बलात्कार की घटना को इतने वीभत्स तरीके से दिखाया गया है कि दर्शक दहल जाते हैं। इसके बाद इन दोनों को दिल्ली के निर्भया कांड की तर्ज पर गाड़ी से ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया जाता है। विद्या की बेटी इस घटना को सह नहीं पाती और उसकी मौत हो जाती है जबकि विद्या अस्पताल में जीवन से संघर्ष कर रही होती है। उसका पति अपनी बेटी की मौत पर दुखी है लेकिन विद्या से सहानुभूति जताने की बजाय उसे तलाक दे देता है। ऐसे में अब विद्या के सामने अपनी लड़ाई खुद लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता। इस दौरान विद्या की एक दोस्त रितू (दिव्या जगदाले) उसकी मदद करती है।
अभिनय के मामले में रवीना ने काफी शानदार काम किया है लेकिन अपने साथ हुए गलत काम का बदला लेने के लिए उनको जिस तरह से लड़ते हुए और खून खराबा करते हुए दिखाया गया है वह बड़े सवाल खड़ा करता है। मधुर मित्तल, अनुराग अरोड़ा और अलीशा खान आदि कलाकारों का काम सामान्य रहा। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक जमा है।
कलाकार- रवीना टंडन, मधुर मित्तल, दिव्या जगदाले, अनुराग अरोड़ा, अलीशा खान निर्देशक अश्तर सईद।
प्रीटी