नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी रतन इंडिया पावर ने सोमवार को कहा कि 6,547 करोड़ रुपये के बकाये कर्ज का एक बारगी निपटान कर लिया है। यह रिण भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पीएफसी की अगुवाई वाले बैंकों के समूह से लिया गया था। निपटान समझौते के तहत मौजूदा कर्जदाताओं ने मूल ऋण की जिम्मेदारी गोल्डमैन सैश और वार्दे पार्टनर्स समेत नये निवेशकों और कर्जदाताओं पर डाली है।
इसे भी पढ़ें: शेयर बाजार: घरेलू, वैश्विक मोर्चे पर संकेतकों के अभाव में सेंसेक्स, निफ्टी स्थिर
कंपनी ने एक बयान में कहा कि मौजूदा कर्जदाताओं ने वर्तमान में कर्ज की 6,574 करोड़ रुपये की मूल राशि की जिम्मेदारी नये निवेशकों और कर्जदाताओं पर डाली है। नये निवेशकों और कर्जदाताओं में गोल्डमैन सैश और वार्दे पार्टनर्स शामिल हैं। यह समझौता 4,050 करोड़ रुपये के लिये है। रतन इंडिया ने दावा किया कि यह आरबीआई की दबाव वाली संपत्ति के समाधान के लिये बनायी गयी रूपरेखा के तहत पहला मामला है जिसका समाधान हुआ है।