अयोध्या। रामायण एक्सप्रेस के माध्यम से अयोध्या व देश के उन तमाम तीर्थ स्थल के दर्शन कराए जाने की योजना हैं जहां भगवान श्री राम के पग पड़े। आज रामायण एक्सप्रेस ट्रेन आज यात्रियों को लेकर अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। जहां स्टेशन पर अधिकारियों के स्वागत किया गया और अयोध्या में श्री राम जन्म स्थल सहित अन्य स्थानों का दर्शन कराया जाएगा।
अयोध्या पहुंची रामायण एक्सप्रेस ट्रेन बेहद खास सुविधाओं से लैस किया गया है। जिसमे 12 बोगी की ट्रेन में 4 कोच ए सी फस्ट , 2 कोच ए सी सेकेण्ड व 1 कोच ए सी थर्ड के लगे है। यानी आठ बोगियां यात्रियों के रुकने के लिए लगाई गई हैं। सभी बोगियों में बेडरोल की व्यवस्था किया गया है । साथी हर एक बोगी में एक असिस्टेंट को भी लगाया गया है जो यात्री सुविधाओं का ध्यान रख सके इसके अलावा एक सुरक्षा गार्ड को भी लगाया गया है जो यात्रियों की सुरक्षा का भी ध्यान रख सके और साथ में उनके सामान की सुरक्षा का भी ध्यान रखें पूरी बोगी में साफ सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही ट्रेन में दो रेस्टोरेंट्स की बोगी भी लगाई गई है रेस्टोरेंट की बोगी को बहुत सुसज्जित तरीके से बनाया गया है जिसमें बैठकर भोजन किया जा सकता है एक साइड में 4 लोग बैठ कर भोजन नाश्ता कर सकते हैं और एक विंडो के सामने चार लोगों की व्यवस्था की गई साथ में खाना को सर्व करने के लिए देसी स्टाइल का प्रयोग किया गया है ।
राम से जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने के लिए रामायण यात्रा ट्रेन 17 दिनों तक स्वदेश दर्शन के अंतर्गत चिन्हित रामायण सर्किट पर प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों के यात्रा कराएगी। रेलवे ने इसके लिए खास तौर पर तैयारियां की हैं ।आज इस यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर श्री हनुमान मंदिर व नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी जहां जानकी जन्म स्थान वह नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा। ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा जहां से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, व चित्रकूट की यात्रा करेंगे। इस दौरान काशी प्रयाग व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा।
चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। नासिक के पश्चात प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोडी का दर्शन लाभ प्राप्त होगा। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।