By रेनू तिवारी | Dec 03, 2024
लोकप्रिय फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा हाल ही में उस समय मुश्किल में पड़ गए जब उन्होंने कथित तौर पर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के नेताओं से संबंधित सामग्री पोस्ट की, जिसमें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उनके बेटे नारा लोकेश और बहू ब्राह्मणी भी शामिल थे। अब इस मामले पर दिग्गज निर्देशक ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा, ''यह मामला मेरे द्वारा लगभग एक साल पहले पोस्ट किए गए एक ट्वीट से संबंधित है, जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैंने उस अवधि में एक हजार से अधिक ट्वीट किए हैं। उस मामले में प्रथम दृष्टया मामला दर्ज करने लायक भी नहीं है... किसी तरह की साजिश है... मीडिया में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही थीं।''
पुलिस ने क्या कहा?
प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक एआर दामोदर ने बताया कि राम गोपाल वर्मा के खिलाफ मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन (प्रकाशम जिला) में सीएम एन चंद्रबाबू नायडू, डिप्टी सीएम पवन कल्याण और उनके परिवार के सदस्यों की तस्वीरों के साथ आपत्तिजनक तरीके से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया है।
प्रकाशम जिले में टीडीपी मंडल सचिव रामलिंगम द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इन तस्वीरों से समाज में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
सब-इंस्पेक्टर शिव रामैया के अनुसार, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। सब-इंस्पेक्टर ने बताया, "आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है।"
राम गोपाल वर्मा ने कथित तौर पर अपनी फिल्म व्यूहम के प्रचार के तहत सोशल मीडिया पर विवादास्पद सामग्री पोस्ट की। उनके खिलाफ तीन हफ्ते पहले शिकायत दर्ज की गई थी। राम गोपाल को रंगीला, कंपनी और सत्या जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है।