अयोध्या। फिल्मी सितारों से सजी अयोध्या की रामलीला धीरे-धीरे लोगों के अंतरमन में एक अलग ही जगह बनाती जा रही है। इसके साथ ही देश और दुनिया में अयोध्या की एक नई पहचान भी बन रही है। रामलीला में तीसरे दिन भाग्यश्री सीता की किरदार में पहुंची। वहीं श्री राम की किरदार में राहुल बुच्चर ने मंचन में विश्वामित्र आश्रम में शिक्षा, जनकपुर में स्वयम्वर व राम सीता विवाह का मंचन हुआ। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत उन्हें यह रामलीला वहां जाकर नहीं देख पा रहे है। लेकिन दूरदर्शन के जरिये लोग रामलीला के मंचन को देख भाव-विभोर हो रहे हैं। दूसरे दिन की रामलीला के मंचन में भगवान राम के पात्र को जीवंत करने पहुंचे राहुल बुच्चर ने कहा कि यह उनके लिये सौभाग्य की बात है कि उन्हें भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में उन्हें भगवान श्रीराम का रोल करने का अवसर मिला क्योंकि जब भगवान की मंशा होती है। तो ही कोई उनके करेक्टर को जीने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि लोगों इस रामलीला को केवल एंटरटेनमेंट के तौर पर न देखे बल्कि भगवान श्री राम के चरित्र, उनके संस्कार व उनके आदर्शों को आत्मसात करें तभी हमारी मेहनत सफल होगी। उन्होंने कहा कि भगवान राम कण-कण में विराजमान है। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या की रामलीला में भगवान राम का रोल अदा कर रहे हैं तो वह रामलला व सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी जाकर आशीर्वाद भी लेंगे।
वहीं माता सीता की भूमिका निभा रही अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है,कि इस मोड़ पर मुझे सीता माता की भूमिका निभाने का मौका मिला है, और मैं अपना कैरियर फिर से शुरू करने जा रही हूं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए प्रसन्नता और सौभाग्य की बात है। मेरा यह अभिनय देश ही नहीं विदेश में भी देखा जाएगा।