By अंकित सिंह | Oct 25, 2020
नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी सेक्टर में सुकना स्थित 33वीं कोर के मुख्यालय में भारतीय सेना की तैयारियों की समीक्षा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह कोर सिक्किम में चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर निगरानी रखती है। दार्जिलिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत हमेशा अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, हमने हमेशा उसी के लिए प्रयास किया है। लेकिन हमारे जवानों को समय-समय पर अपनी सीमाओं, अखंडता और सार्वभौमिकता की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान करना पड़ा है। उन्होंने जवानों से कहा कि इस बार गालवान में, बिहार रेजिमेंट के हमारे 20 जवानों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए खुद को बलिदान कर दिया ... आपकी वजह से देश और उसकी सीमाएं सुरक्षित हैं।
सेना के जवानों के एक समूह के साथ बातचीत में, रक्षा मंत्री ने विजयदशमी के अवसर पर उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी और देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए उनके समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘आप जैसे बहादुर सैनिकों के कारण, इस देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। पूरे देश को आप पर गर्व है।’’ रक्षा मंत्री ने त्रिशक्ति वाहिनी के समृद्ध इतिहास के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘‘त्रिशक्ति कोर का एक महान स्वर्णिम इतिहास है। विशेष रूप से 1962, 1967, 1971 और 1975 में, इस कोर ने वीरता के उदाहरणों का प्रदर्शन किया। यह उत्कृष्ट रही है।’’