By अंकित सिंह | May 27, 2024
राजकोट अग्निकांड की चल रही जांच के बीच शहर के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव का तबादला कर दिया गया। राज्य सरकार ने फैसले की घोषणा करते हुए कहा, राजू भार्गव की पोस्टिंग प्रतीक्षा में है, उनकी जगह आईपीएस अधिकारी ब्रिजेश कुमार झा लेंगे। राजकोट ‘गेम जोन’ में आग लगने से 28 लोगों की मौत के मामले में सोमवार को छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया। राजकोट में आग लगने और 28 लोगों की मौत और उनके शवों को पहचान से परे जलाए जाने की घटना के दो दिन बाद, कम से कम दो ऐसी संरचनाओं को प्रमाणित करने में विफल रहने के लिए शहर के नगर निकाय को गुजरात उच्च न्यायालय की आलोचना का सामना करना पड़ा।
अदालत तब क्रोधित हो गई जब उसे बताया गया कि दो गेमिंग जोन अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र सहित आवश्यक परमिट के बिना 24 महीने से अधिक समय से चल रहे हैं, और कहा कि वह अब राज्य सरकार पर "भरोसा" नहीं कर सकती है। उच्च न्यायालय ने कहा कि उसका सरकारी तंत्र पर से भरोसा उठ गया है, जो निर्दोष लोगों के मारे जाने के बाद ही हरकत में आता है। संबंधित विभागों द्वारा पारित आदेशों के अनुसार, जिन लोगों को निलंबित किया गया है, उनमें राजकोट नगर निगम (आरएमसी) के नगर नियोजन विभाग के सहायक अभियंता जयदीप चौधरी, आरएमसी के सहायक नगर योजनाकार गौतम जोशी, राजकोट सड़क एवं भवन विभाग के उप कार्यकारी अभियंता एम आर सुमा एवं पारस कोठिया और पुलिस निरीक्षक वी आर पटेल और एन आई राठौड़ शामिल हैं।
जिस ‘गेम जोन’ में शनिवार को आग लगी थी, वह आग सुरक्षा संबंधी अनापत्ति प्रमाणपत्र के बिना संचालित किया जा रहा था। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘ ‘गेम जोन’ को सड़क और भवन विभाग से अनुमति मिल गई थी। उसने आग सुरक्षा एनओसी प्राप्त करने के लिए अग्नि सुरक्षा उपकरण का प्रमाण भी जमा किया था। एनओसी मिलने की प्रक्रिया जारी थी और अभी पूरी नहीं हुई थी।’’ शनिवार शाम राजकोट के नाना-मावा इलाके में टीआरपी गेम जोन में आग लगने से बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने गेम जोन के छह साझेदारों और एक अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है।