By अनन्या मिश्रा | Jul 18, 2024
हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेता रहे राजेश खन्ना ने न सिर्फ अपने अभिनय बल्कि अपने लुक्स से भी लोगों को अपना दीवाना बनाया था। आज ही के दिन यानी की 18 जुलाई को राजेश खन्ना ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था। फिल्म आखिरी खत से राजेश खन्ना ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरूआत की थी। जिसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई हिट फिल्में दी। राजेश खन्ना को 'काका' भी कहा जाता था और वह हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे। आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर राजेश खन्ना के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म
पंजाब के अमृतसर में 29 दिसंबर 1942 को राजेश खन्ना का जन्म हुआ था। उनका असली नाम जतिन खन्ना था। दरअसल फिल्मों में कॅरियर बनाने के लिए उनके चाचा केके तलवार ने उन्हें राजेश नाम दिया था। दरअसल, हीरानंद खन्ना और चंद्रानी खन्ना, राजेश खन्ना के बायोलॉजिकल पैरेंट्स थे।
फिल्मी कॅरियर
राजेश खन्ना ने साल 1966 में फिल्म आखिरी खत से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। लेकिन उनको असली स्टारडम साल 1969 में आई फिल्म आराधना से मिला था। राजेश खन्ना बॉलीवुड में 17 ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले पहले सुपरस्टार थे। आज भी इंडस्ट्री में अपना मुकाम बनाने वाले राजेश खन्ना की तरह स्टारडम माने का ख्वाब देखते हैं। साल 1969 से 1971 तक उन्होंने 17 ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया था। इस तरह से वह इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार बन गए थे।
इंडस्ट्री में काका का एक अलग स्टाइल था। फिल्म मेकर्स से लेकर डायरेक्टर तक हर कोई राजेश खन्ना को अपनी फिल्म में लेना चाहता था। जिसके लिए वह राजेश खन्ना को मुंहमांगी फीस और लाखों नखरे उठाने के लिए भी तैयार रहते थे। फिल्म आराधना को फिल्मफेयर बेस्ट फिल्म का पुरस्कार मिला। वहीं साल 1969 में आई फिल्म 'दो रास्ते' ने सबका ध्यान खींचा और इसके बाद राजेश खन्ना ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आपको बता दें कि राजेश खन्ना ने अपने फिल्मी कॅरियर में ऐसा स्टारडम देखा था, जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल था। एक समय पर उनको बॉक्स ऑफिस का सबसे भरोसेमंद अभिनेता माना जाता था। राजेश खन्ना ने कई सुपरहिट फिल्मों में 'राज', 'औरत', 'बहारों के सपने', 'इत्तेफाक' और 'डोली' काम किया। इसके अलावा उन्होंने 'आनंद', 'अंदाज', 'हाथी मेरे साथी', 'बावर्ची', 'जोरू का गुलाम', आदि फिल्मों में काम किया।
मृत्यु
बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना के जीवन में एक दौर ऐसा भी आया, जब वह कॅरियर की ढलान पर आने लगे। उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गईं, जिसका एक सबसे बड़ा कारण उनकी लेट-लतीफी रही। वह किसी के लिए भी अपने लाइफस्टाइल में बदलाव नहीं करते थे। अपने मनमर्जी के मुताबिक सेट पर जाते और आते थे। कहा जाता है कि यही आदतें राजेश खन्ना के कॅरियर को ले डूबीं। वहीं अपने आखिरी समय में वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। 18 जुलाई 2012 को लंबी बीमारी के बाद राजेश खन्ना का निधन हो गया।