नयी दिल्ली।
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री
सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें कांग्रेस नेतृत्व की ओर से लगातार की जा रही हैं और इसी क्रम में पार्टी कई वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं। हालांकि, पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत के खिलाफ अब भी बाकी रुख अपनाए हुए हैं।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कल सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक बुलाई जाएगी, एक बार फिर समेत सचिन पायलट जी के सभी विधायक साथियों से हमने अनुरोध किया है कि आइए और राजनीतिक यथास्थिति पर चर्चा कीजिए, अगर किसी व्यक्ति विशेष से कोई मतभेद है तो वो भी कहें। कांग्रेस नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी सबकी बात सुनने और उसका हल निकालने के लिए तैयार हैं।
पायलट के करीबों सूत्रों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के पास बहुमत होने के दावे को भी खारिज करते हुए कहा कि बहुमत मुख्यमंत्री के आवास पर नहीं, बल्कि विधानसभा में होता है। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री के करीबी एक सूत्र ने यह भी कहा कि पायलट भाजपा में नहीं जाएंगे और कांग्रेस आलाकमान की तरफ से कोई निर्णय होने के बाद ही आगे का कदम उठाएंगे। पायलट ने रविवार को गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल लिया था और दावा किया था कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है। दूसरी तरफ, जयपुर में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस ने दावा किया कि गहलोत सरकार के पास 109 विधायकों का बहुमत है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें। उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पायलट को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लगातार उनके संपर्क में बना हुआ है। खबर है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है। इसके साथ ही अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत में सचिन पायलट ने जो भी मुद्दे रखे हैं, उनके निराकरण का विश्वास दिलाया गया है।