By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 27, 2021
जयपुर। राजस्थान के छह जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए पहले चरण के मतदान में बृहस्पतिवार को 62.36 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि राज्य के 6 जिलों की 25 पंचायत समितियों के 519 सदस्यों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया गया। सर्वाधिक मतदान जोधपुर जिले में हुआ, जहां केरू पंचायत समिति में 72.22 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
गौरतलब है कि पहले चरण में 9 पंचायत समिति सदस्य पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर और सिरोही जिलों के 3,599 मतदान केन्द्रों पर मतदान सुबह साढे सात बजे से शुरू हुआ। शाम साढे पांच बजे तक 61.41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अंतिम आंकड़ा 62.36 प्रतिशत मतदान का रहा। जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए दूसरे चरण के लिए मतदान 29 अगस्त को व तीसरे चरण के लिए एक सितंबर को मतदान करवाया जाएगा। मतगणना 4 सितंबर को प्रातः 9 बजे से सभी जिला मुख्यालयों पर होगी। छह जिला परिषद के कुल 200 सदस्यों और 78 पंचायत समितियों के 1564 सदस्यों के चुनाव के लिये बृहस्पतिवार से तीन चरणों में चुनाव करवाये जा रहे है।
एक जिला परिषद सदस्य और 26 पंचायत समिति सदस्य पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके है। राजस्थान में जिला स्तर पर कुल 33 जिला परिषद और ब्लाक स्तर पर 352 पंचायत समितियां है। इनमें से 21 जिलों (21 जिला परिषद और 222 पंचायत समिति) में पिछले साल नवम्बर-दिसम्बर में चुनाव हुए थे। इन जिलों में 19 नई नगर पालिकाओं के बनने पर उच्च न्यायालय की रोक के कारण शेष 12 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव नहीं हो सके। यहां पंचायती राज संस्थाओं के क्षेत्र को भी संशोधित किया गया। फरवरी में परिसीमन प्रक्रिया पर अदालत में मुकदमेबादी के मुद्दे हल होने के बाद राज्य चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया।
सूची में छह जिलों भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर, और सिरोही की मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया गया। यहां अगस्त सितम्बर में चुनाव करवाये जा रहे है। शेष जिलों अलवर, बारां, धौलपुर, करौली, कोटा और गंगानगर में हाल ही में मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया गया था। इन जिलों में जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव बाद में होंगे।