By अनुराग गुप्ता | May 21, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे की 22 मई को पुणे में होने वाली जनसभा को लेकर सशर्त अनुमति मिली है। मनसे प्रमुख को पुणे पुलिस कमिश्नर ने 13 शर्तों के साथ जनसभा करने की अनुमति दी है। दरअसल, महाराष्ट्र में अजान और लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गर्म है और तो और राज ठाकरे इस मुद्दे पर कई बार महाराष्ट्र सरकार को खुली चुनौती दे चुके हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि पुणे पुलिस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे की 22 मई की रैली के लिए 13 शर्तें के साथ अनुमति दी है। जिनका सार्वजनिक रैली के दौरान पालन किया जाना है और इसका उल्लंघन कानूनी कार्रवाई को आमंत्रित करेगा। आदेश के मुताबिक, रैली के दौरान या बाद में कोई आपत्तिजनक नारे, दंगा या अभद्र व्यवहार शामिल नहीं होना चाहिए।
पुणे में होने वाली जनसभा में कोई हथियार, तलवार, विस्फोटक प्रदर्शित नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल से ध्वनि प्रदूषण नियम का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
पुणे में होने वाली जनसभा से पहले टीजर जारी किया गया है। इस टीजर की शुरुआत मनसे प्रमुख की आवाज से शुरू होता है और इसमें औरंगाबाद का संभाजीनगर नाम दिखाया गया है। टीजर को देखने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पुणे में होने वाली रैली में भी हिन्दुत्व का मुद्दा छाया रहेगा। इससे पहले राज ठाकरे ने अपना अयोध्या दौरा रद्द कर दिया। राज ठाकरे 5 जून को अयोध्या का दौरा करने वाले थे लेकिन फिलहाल उसे स्थगित कर दिया गया है।
क्यों स्थगित हुआ अयोध्या दौरा ?
मनसे प्रमुख ने कहा था कि पुणे में होने वाली रैली में अयोध्या दौरा का ब्योरा साझा करेंगे। हालांकि भाजपा सांसद बृजभूषण शरद सिंह उनकी यात्रा का लगातार विरोध कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि राज ठाकरे को तब तक उत्तर प्रदेश के इस शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा, जब तक कि वह अतीत में उत्तर भारतीयों का अपमान करने के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांग लेते हैं।