By रेनू तिवारी | Aug 27, 2022
अमेरिका की जांच एजेंसी फैड्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (Federal Bureau of Investigation) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के फ्लोरिडा वाले घर पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान ट्रंप के घर से 15 बॉक्स मिले हैं। इन बॉक्स ने डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किले बढ़ा दी है। दरअलस रेड में मिले 15 बॉक्स में अमेरिका (America) सुरक्षा से संबंधित सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स (Secret Documents) बरामद हुए है। संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास से बरामद किए गए 15 बक्सों में से 14 में गोपनीय दस्तावेज थे। एफबीआई ने इस महीने ट्रंप के मार-ए-लागो आवास पर छापे मारने पर स्पष्टीकरण देते हुए शुक्रवार को एक हलफनामा जारी किया।
एफबीआई के इस 32 पन्नों के हलफनामे में आपराधिक जांच को लेकर अतिरिक्त जानकारियां हैं। इसमें कहा गया है कि मार-ए-लागो स्थित आवास से संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए। दस्तावेजों में जांच का सबसे महत्वपूर्ण विवरण पेश किया गया है। लेकिन एफबीआई अधिकारियों ने इसमें कुछ बदलाव भी किए हैं ताकि गवाहों की पहचान उजागर नहीं हो सके तथा जांच के संवदेनशील तौर-तरीकों का भी खुलासा नहीं हो। एफबीआई ने एक न्यायाधीश को यह हलफनामा दिया ताकि वह ट्रंप के आवास पर छापे का वारंट हासिल कर सके। इस हलफनामे में उन अहम सवालों के जवाब मिल सकते हैं कि ट्रंप व्हाइट हाउस से जाने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को अपने साथ मार-ए-लागो आवास क्यों लेकर गए और ट्रंप तथा उनके प्रतिनिधियों ने ये दस्तावेज राष्ट्रीय अभिलेखागार तथा रिकॉर्ड ब्यूरो को क्यों नहीं दिए।
दस्तावेज़ स्पष्ट करता है कि कैसे शीर्ष गुप्त सरकारी रिकॉर्ड की बेतरतीब अवधारण, और अमेरिकी अधिकारियों के महीनों के आग्रह के बावजूद उन्हें सुरक्षित रखने में स्पष्ट विफलता ने ट्रम्प को नए कानूनी संकट में डाल दिया है। अब उसकी मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गयी हैं और इसका असर 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर होगा।
इसके विपरीत स्पष्ट सबूतों के बावजूद, ट्रम्प लंबे समय से जोर दे रहे हैं कि उन्होंने सरकारी अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया। और उन्होंने खोज को राजनीतिक रूप से प्रेरित डायन हंट के रूप में चित्रित करके रिपब्लिकन को उनके पीछे लामबंद कर दिया है, जिसका उद्देश्य उनके पुनर्मिलन की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया साइट पर उस परहेज को दोहराया और कहा कि उनका और उनके प्रतिनिधियों का एफबीआई के साथ घनिष्ठ संबंध था।