राहुल का पीएम पर तंज, घर का पता 'लोक कल्याण मार्ग' रखने से लोगों का कल्याण नहीं होता

By अंकित सिंह | Jun 04, 2022

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर से जबरदस्त तरीके से तंज कसा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि घर का नाम पता लोक कल्याण मार्ग रखने से लोगों का कल्याण नहीं होता है। दरअसल, राहुल गांधी ने की पीएफ खाताधारकों के ब्याज दरों में कटौती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सरकार पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि घर का पता 'लोक कल्याण मार्ग' रख लेने से लोगों का कल्याण नहीं होता। प्रधानमंत्री ने साढ़े 6 करोड़ कर्मचारियों के वर्तमान और उनके भविष्य को बर्बाद करने के लिए 'महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ' मॉडल को लागू किया है। 

 

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आपको बता दें कि सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के करीब पांच करोड़ अंशधारकों को वर्ष 2021-22 के लिये भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज देने को मंजूरी दे दी है। चार दशकों में यह ईपीएफ पर मिलने वाली सबसे कम ब्याज दर है। इस साल मार्च में ही ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 2021-22 के लिये देय ब्याज दर को 2020-21 के 8.5 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत करने का निर्णय किया था। शुक्रवार को जारी ईपीएफओ कार्यालय आदेश के अनुसार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने 2021-22 के लिये ईपीएफओ अंशधारकों को 8.1 प्रतिशत ब्याज की मंजूरी मिलने के बारे में सूचना दी है। श्रम मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिये वित्त मंत्रालय को भेजा था। 

 

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सरकार से मंजूरी मिल जाने के बाद ईपीएफओ अब कर्मचारियों के ईपीएफ खातों में ब्याज राशि डालना शुरू करेगा। ईपीएफ जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज 1977-78 के बाद सबसे कम है। उस समय ब्याज दर 8 प्रतिशत रही थी। सीबीटी में कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले न्यासी केई रघुनाथन ने कहा कि जिस गति से श्रम एवं वित्त मंत्रालयों ने ब्याज दर को मंजूरी दी है, कर्मचारियों को कोष की जरूरत को देखते हुए वह वास्तव में सराहनीय है। इससे उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। सीबीटी ने 2020-21 के लिये ईपीएफ जमा पर 8.5 प्रतिशत ब्याज देने का निर्णय मार्च 2021 में किया था। वित्त मंत्रालय ने इसे अक्टूबर 2021 में मंजूरी दी। उसके बाद ईपीएफओ ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को 2020-21 के लिये 8.5 प्रतिशत की दर से ईपीएफ खातों में ब्याज डालने का निर्देश दिया था। 

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