By अंकित सिंह | Mar 21, 2020
कोरोना संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री के इस आह्वान का लगभग देश के हर कोने में समर्थन मिल रहा है। लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने राज्य में लोगों से ऐसा करने का आह्वान किया है। संसद में भी प्रधानमंत्री के इस आह्वान के पक्ष में प्रस्ताव पारित हो गया। खुद कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री के इस आह्वान का समर्थन किया लेकिन अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। राहुल गांधी जो कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष है, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। राहुल ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना वायरस हमारी नाजुक अर्थव्यवस्था पर एक कड़ा प्रहार है पर ताली बजाने से छोटे, मध्यम व्यवसायी और दिहाड़ी मजदूर को कोई मदद नहीं मिलने वाली। राहुल ने ट्वीट किया कि कोरोनावायरस हमारी नाज़ुक अर्थव्यवस्था पर एक कड़ा प्रहार है। छोटे, मध्यम व्यवसायी और दिहाड़ी मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ताली बजाने से उन्हें मदद नहीं मिलेगी। आज नकद मदद, टैक्स ब्रेक और कर्ज अदायगी पर रोक जैसे एक बड़े आर्थिक पैकेज की जरुरत है। तुरतं कदम उठाये!
भ्रष्टाचार की लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देश में नोटबंदी जैसा कदम उठाया तब भी उन्होंने जनता से धैर्य रखने की अपील की थी। उन्होंने जनता से आह्वान किया था कि आप मुझे 50 दिन का वक्त दें, 50 दिन में सब कुछ सामान्य हो जाएगा। जनता ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा रखा और उनके साथ खड़ी हुई पर विपक्ष मोदी पर सीधा सीधा प्रहार कर रहा था। स्वयं राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर जमकर हमला कर रहे थे। वह खुद लाइन में खड़े हो गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की संस्कृति का हिस्सा रहे योग को जब अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई और योग दिवस के दिन सभी भारतीयों से योग करने की अपील की तो भी राहुल गांधी और विपक्ष प्रधानमंत्री पर हमलावर रहा ऐसे कई मौके आए जब राहुल गांधी ने योग दिवस का मजाक उड़ाया।