By अनुराग गुप्ता | Jun 04, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने शनिवार को 'राहुल गांधी से चार साल से नहीं मिल सका' वाले बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संगठन की जिम्मेदारी छोड़ दी थी। सोनिया गांधी ऐसे में पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है। ऐसे में वो (राहुल गांधी) अपनी तरफ से मोदी जी का विरोध कर रहे हैं। देशभर में और विदेशों में जा रहे हैं तो वो अपनी तरह से काम कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी नहीं है कि हर एक को मिलना पड़ेगा।
चव्हाण के बयान से गर्मायी सियासत
कांग्रेस में जी-23 खेमे के सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि वह पिछले चार साल से वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात नहीं कर सके हैं। उन्होंने कहा था कि जब भी मैं दिल्ली में होता हूं डॉ. मनमोहन सिंह से कभी कभार मिलना हो जाता है। लेकिन उनका स्वास्थ्य अब वैसा नहीं है जैसा पहले था। वह हमेशा से आतिथ्य का भाव रखते आए हैं और बातचीत को तैयार रहते हैं।
उन्होंने कहा था कि मैंने जब भी समय मांगा, सोनिया गांधी से भी मुलाकात हुई लेकिन लंबे समय से मैंने राहुल गांधी से मुलाकात नहीं की है... मेरे विचार से चार साल हो गए हैं उनसे मिले हुए। ऐसी शिकायत रहती है कि पार्टी नेतृत्व से मुलाकात सुलभ नहीं होती है जबकि यह होना चाहिए।
समिति की रिपोर्ट के दफन कर दिया गया
उन्होंने कहा था कि ईमानदार आत्ममंथन करने की जरूरत है, जिम्मेदारी तय करने या लोगों को लटकाना नहीं, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि गलतियों को दोहराया नहीं जाए। असम और केरल विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के प्रदर्शन पर विचार करने के लिए समिति गठित की गई थी। लेकिन समिति की रिपोर्ट को अलमारी में दफन कर दिया गया जो सही तरीका नहीं है। पृथ्वीराज चव्हाण इतने में ही नहीं रुके थे उन्होंने साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन करने की बात से लेकर साफ्ट हिंदुत्व को गलत रणनीति तक बताया था।
पृथ्वीराज चव्हाण ने दी सफाई
पूर्व मुख्यमंत्री ने सफाई पेश करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने संगठन की जिम्मेदारी छोड़ दी थी। सोनिया गांधी ऐसे में पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है। ऐसे में वो (राहुल गांधी) अपनी तरफ से मोदी जी का विरोध कर रहे हैं। देशभर में और विदेशों में जा रहे हैं तो वो अपनी तरह से काम कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी नहीं है कि हर एक को मिलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मेरे अकेले की बात नहीं है, पिछले दो साल से कोरोना था। कोरोना काल में तो कोई नहीं मिला और मई से जब उन्होंने इस्तीफा दिया तो उन्होंने कहा कि संगठन के काम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से और महासचिव से मुलाकात करिए।