By अनन्या मिश्रा | Jun 19, 2024
दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी आज यानी की 19 जून को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। राहुल गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते और देश के पहले पीएम रहे पं. जवाहर लाल नेहरु के परपोते हैं। राजनीति राहुल गांधी को विरासत में मिली है। इनका परिवार कई दशकों से राजनीति में सक्रिय हैं। वहीं वर्तमान समय में राहुल गांधी भी परिवार से विरासत में मिली राजनीति में सक्रिय हैं। तो आइए जानते हैं इनके जन्मदिन के मौके पर राहुल गांधी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
राहुल गांधी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उनके परबाबा देश के पहले प्रधानमंत्री थे और उनकी दादी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। वहीं उनके पिता राजीव गांधी भी देश के प्रधानमंत्री थे। राहुल गांधी सोनिया और राजीव गांधी के बेटे हैं। बचपन में राहुल गांधी को कभी भी सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने पेश नहीं किया गया। वह सोनिया गांधी की देखरेख में पले-बढ़े थे। वहीं उनका पूरा ध्यान पढ़ाई पर था।
होम स्कूल को दी गई प्राथमिकता
साल 1981 से लेकर 1983 तक राहुल गांधी देहरादून, उत्तराखंड में द दून स्कूल से पढ़ाई की। फिर उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा प्राप्त की। वहीं देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री और राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सुरक्षा के लिहाज से राहुल और प्रियंका गांधी को होम स्कूल की सुविधा दी गई। साल 1989 में सेंट कोलंबा स्कूल में एक साल बाद वह उच्च शिक्षा के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय चले गए।
राजीव गांधी की हत्या
इसी दौरान जब राहुल गांधी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनके पिता और देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई। फिर सुरक्षा कारणों के चलते राहुल गांधी को अमेरिका के फ्लोरिडा में रॉलिन्स कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया। यहां पर उनकी पहचान को गुप्त रखने के लिए राहुल गांधी को 'राउल विंची' नाम का इस्तेमाल करना पड़ा।
राजनीति में एंट्री
बता दें कि साल 2004 में राहुल गांधी ने भारतीय राजनीति में एंट्री ली और उत्तर प्रदेश के निर्वाचन क्षेत्र से अपने पिता की सीट अमेठी से शानदार जीत हासिल की। पार्टी सचिवालयों के पुनर्गठन के दौरान उनको अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके अलावा उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ और भारतीय युवा कांग्रेस का पदभार संभाला। वहीं साल 2009 के चुनाव में अमेठी सीट से जीत हासिल की।
फिर साल 2013 में राहुल गांधी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वहीं 11 मई 2011 को राहुल गांधी को पुलिस द्वारा विरोध करने वाले किसानों को समर्थन देने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2014 में भी राहुल गांधी ने अमेठी सीट पर जीत हासिल कर लोकसभा सीट को बचाए रखा। दिसंबर 2017 में राहुल गांधी ने अपनी मेहनत और लगन से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष का पद को हासिल किया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी सीट से स्मृति ईरानी के सामने हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद उन्होंने ऑफिशियल तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन इस चुनाव में राहुल गांधी ने अमेठी सीट को छोड़ दिया। अमेठी के बजाय उन्होंने रायबरेली और वायनाड सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की।