राहुल गांधी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को तत्काल निकालने की सरकार से की मांग, शेयर किया वीडियो
By अंकित सिंह | Feb 26, 2022
नयी दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है। रूस का योग करण के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पूरे विश्व के लिए चिंता की बात है। भारत भी रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई से चिंतित नजर आ रहा है। भारत के लिए चिंता की बात तो यह भी है कि यहां के लगभग 16000 से ज्यादा लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन में इतनी ज्यादा संख्या में फंसे भारतीयों को निकालना सरकार के लिए बड़ी चिंता की बात है। यूक्रेन में एलओसी हमले के बाद कई एयर बेस ध्वस्त हो चुके हैं जिससे की कठिनाई और बढ़ गई है। दूसरी ओर विपक्ष के साथ-साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भारत सरकार से छात्रों को सुरक्षित निकालने की अपील की है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों को तत्काल निकालने की सरकार से अपील की है। राहुल ने यूक्रेन में फंसी दो भारतीय छात्राओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया कि बंकर में मौजूद भारतीय छात्रों का दृष्य परेशान करने वाला है। बहुत सारे छात्र पूर्वी यूक्रेन में फंसे हुए हैं जहां भीषण हमला हो रहा है। मैं उनके चिंतित परिजन के साथ हूं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं फिर से भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि भारतीय छात्रों को तत्काल बाहर निकाला जाए। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि जान बचाने के लिए बंकरों और अंडरग्राउंड मेट्रो में बैठे हजारों लोगों का दम घुट रहा है। बच्चे भूखे-प्यासे और डरे हुए हैं। बाहर निकलने की भी हालत में नहीं और उन्हें कभी इधर कभी उधर में उलझाया जा रहा है।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने वहां से अपने लोगों को निकालने के लिए पोलैंड, हंगरी और रोमानिया जैसे देशों से मदद मांगी है। भारत के लोग इन देशों के बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं जहां से उन्हें स्वदेश वापस लाया जाएगा। वहीं यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने नागरिकों से उसके अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना सीमा चौकियों पर नहीं जाने को कहा है। भारतीय दूतावास ने कहा कि सीमा जांच चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हम पड़ोसी देशों में हमारे दूतावासों के साथ काम कर रहे हैं। उसने कहा कि हमारे लिए उन भारतीयों को निकालना मुश्किल हो रहा है जो बिना सूचना दिए सीमा जांच चौकियों पर पहुंच गए हैं। जो भारतीय नागरिक पूर्वी क्षेत्र में हैं, उनसे अगले निर्देश तक अपने निवास स्थान पर रहने का अनुरोध किया जाता है।