वुहान। गिमचियोन में कांस्य पदक जीतने के तीन साल बाद पीवी सिंधू मंगलवार से यहां शुरू हो रही एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी और उनकी नजरें पदक जीतने पर टिकी होंगी। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने जनवरी में सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड का खिताब जीता था जबकि इसी महीने वह इंडिया ओपन चैम्पियन भी बनी। हैदराबाद की 21 साल की सिंधू पहले दौर में इंडोनेशिया की दिनार दिया आयुस्टीन से भिड़ेंगी।
मलेशिया ओपन के पहले दौर में शिकस्त के बाद सिंगापुर ओपन से बाहर रही हैदराबाद की ही साइना नेहवाल अपने अभियान की शुरूआत वुहान स्पोर्ट्स सेंटर जिम्नेजियम में जापान की सयाका सातो के खिलाफ करेंगी। दुनिया की आठवें नंबर की खिलाड़ी साइना ने जापान की खिलाड़ी के खिलाफ सात में से छह मुकाबलों में जीत दर्ज की। पिछली विश्व रैंकिंग में कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ 13वां स्थान हासिल करने वाले अजय जयराम पुरूष एकल में पांचवें वरीय चीन के टियान हाउवेई से भिड़ेंगे जिन्होंने रविवार को चीन मास्टर्स ग्रां प्री गोल्ड का खिताब जीता।
मलेशिया ओपन और सिंगापुर ओपन में नहीं खेलने वाले एचएस प्रणय को पहले दौर में आठवें वरीय हांगकांग के एनजी का लोंग एंगस से भिड़ना है। अन्य भारतीयों में प्रणव जैरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की मिश्रित युगल जोड़ी को पहले दौर में ही झेंग सिवेई और चेन किंगचेन की चीन की शीर्ष वरीय जोड़ी के खिलाफ उतरना है। महिला युगल में अश्विन पोनप्पा और सिक्की का सामना चेई यू जुंग और किम सो योंग की कोरियाई जोड़ी से होगा जबकि जे मेघना और पूर्विशा एस राम की भिड़ंत जुंग क्युंग युन और शिन स्युंग चान की कोरिया की जोड़ी से ही होगी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी का सामना पुरूष युगल के पहले दौर में फू हाईफेंग और झांग नान की चीन की पांचवीं वरीय जोड़ी से होगा।