रूस में जारी फीफा विश्व कप 2018 से क्वार्टर फाइनल में हारकर रूस बाहर हो चुका है। जाहिर है मेजबान रूस के लिए बड़ी-बड़ी दिग्गज टीमों के सामने विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना किसी उपलब्धि से कम नहीं है। रूस ने इस विश्व कप में अपने प्रदर्शन से सभी टीमों को अचंभित कर दिया। वहीं दुनिया को भी आगाह कर दिया कि आगामी समय में वह फुटबॉल की बड़ी से बड़ी टीमों को हराने का माद्दा रखता है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फीफा विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ मिली हार के बावजूद कोच स्टानिसलाव चेरचेसोव और उनकी टीम की सराहना की। रूस को क्वार्टर फाइनल के एक रोमांचक मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में क्रोएशिया ने 4-3 से मात दी। कोच चेरचेसोव को पुतिन ने खुद फोन कर अच्छा मैच खेलने के लिए शुभाकामनाएं दीं। रूस की राष्ट्रीय टीम के साथ चेरचेसोव का करार इस वर्ष अगस्त में समाप्त हो रहा है। हालांकि, उन्होंने अपने भविष्य को लेकर बात करने से साफ इंकार कर दिया। चेरचेसोव ने कहा, “हमें भविष्यवाणी करने की आवश्यकता नहीं है। आप देख सकते हैं कि टीम में बदलाव हो रहे हैं और मैं भविष्य के बारे में किसी प्रकार का बयान नहीं देना चाहूंगा।” सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस का फीफा विश्व कप में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
क्रोएशिया ने तोड़ा रूस का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना
गौरतलब है कि रूस के क्रोएशिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में शनिवार को फुटबॉल विश्व कप का क्वार्टर फाइनल मैच हारने के साथ सड़कों पर ‘ रोस - सि - या ' के जोशीले नारे थम गए और स्टेडियम में लोग भावुक हो गए। मैच हारने के साथ टूर्नामेंट में उम्मीदों से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करते क्वार्टर फाइनल में पहुंचे रूस के सफर का भावुक अंत हुआ। इसके साथ 1966 के बाद से पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने की उसकी उम्मीदें टूट सी गयीं। नियमित और अतिरिक्त समय में मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट खेला गया जिसके बाद मेजबान को 3-4 के अंतर से हार मिली।
-दीपक मिश्रा