By अभिनय आकाश | Mar 18, 2024
रूस के राष्ट्रपति चुनाव में 88 प्रतिशत वोटों के साथ व्दादिमीर पुतिन ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। पुतिन की ये जीत उन सभी आशंकाओं की बीच आयी है जब माना ये जा रहा था कि रूस की जनता पुतिन से नाखुश है। क्योंकि काफी लंबे वक्त से यूक्रेन से जंग चल रही है और पश्चिमी देशों की पाबंदियों से भी रूस को लगातार जूझना पड़ रहा है। पुतिन को चुनाव में लगभग 88 फीसद वोट मिला। पुतिन के विरोधी निकोलाई खरितनोवा को 4.28% और लियोनिड को 3.16, वलाडिस्लाव को 3.85 प्रतिशत वोट मिले हैं। यानी पुतिन के सामने विरोधी कहीं पर भी उनके सामने टिकते नजर नहीं आए।
व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया है कि रूस पश्चिमी देशों के सामने डरेगा नहीं और झुकेगा नहीं। रूस अपन स्टैंड पर कायम रखेगा। इसके साथ ही पुतिन ने विरोधियों को नहीं बख्शने के संकेत दिए हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी दी कि उनके देश और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन के बीच सीधे संघर्ष का मतलब होगा कि ग्रह तीसरे विश्व युद्ध से एक कदम दूर है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शायद ही कोई ऐसा परिदृश्य चाहता हो। इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि इस दुनिया में कुछ भी संभव है। यानी वो किसी भी तरह की संभावना से इनकार कर रहे हैं।
पुतिन 2000 में ही रूस की सत्ता पर काबिज है। 2008 से 2012 तक प्रधानमंत्री रहे। तब उनके वफादार दिमित्री मेदवेदेप राष्ट्रपति थे। इस अवधि को छोड़ दे तो पुतिन 2000 से अब तक लगातार राष्ट्रपति चुने जाते रहे है। उनके लंबे शामन का कारण रूसी संविधान के उस हिस्से को दरकिनार किया गया जिसमें निर्वतमान राष्ट्रपति को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने से रोकता है। खैर, वह इस चुनाव के बाद 2030 में फिर से चुनाव के 2036 तक राष्ट्रपति पद संभाल सकते है।