By अनुराग गुप्ता | Feb 05, 2022
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध रेत खनन मामले में मुख्यमंत्री चन्नी के भतीजे भूपिंदर हनी को गिरफ्तार किया और फिर उसे जालंधर कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने भूपिंदर हनी को 8 फरवरी तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया। ऐसे में मुख्यमंत्री चन्नी का भतीजा 2 घंटे रोजाना अपने परिजनों से मुलाकात कर सकेगा। दरअसल, भूपिंदर हनी को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जहां पर उससे करीब 8 घंटे तक पूछताछ चली। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार जवाबदेही से नहीं बच सकती है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि भूपिंदर हनी ने चन्नी के 111 दिन की सरकार के दौरान अकूत पैसे कमाए। चड्ढा ने आरोप लगाया कि यदि मुख्यमंत्री के तौर पर चन्नी की 111 दिनों की सरकार के दौरान एक रिश्तेदार ने जब इतनी काली कमाई की तो कल्पना कीजिए पांच साल में उनके रिश्तेदार कितनी कमाई करेंगे। चड्ढा ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री इस बात का जवाब देंगे कि हनी को सुरक्षा, कमांडो और एस्कॉर्ट वाहन कैसे उपलब्ध कराए गए थे।
वहीं बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उत्तर देना उनका (मुख्यमंत्री का) दायित्व है और मुख्यमंत्री तथा उनकी पार्टी को यह बताना चाहिए कि किस हैसियत से हनी को सुरक्षा मुहैया कराई गई। जब्त किया गया धन काली कमाई है। पिछले महीने छापे के बाद ईडी के सूत्रों ने दावा किया था कि एजेंसी ने 10 करोड़ रुपए नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए थे, जिनमें से आठ करोड़ रुपए और अधिकतर कागजात अकेले भूपिंदर हनी के थे।
क्या पंजाब से बदला ले रहे प्रधानमंत्री ?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक दलित का मुख्यमंत्री बनना हजम नहीं हो रहा है और किसान आंदोलन का बदला लेने के लिए पंजाब पर हमला किया जा रहा है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चोर दरवाज़े से मदद करने के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब चुनाव से 15 दिन पहले मोदी सरकार की राजनीतिक नौटंकी फिर शुरू! भाजपा का इलेक्शन डिपार्टमेंट ईडी मैदान में उतरा।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि क्रॉनोलॉजी समझें- पंजाब के लोग अब किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े होने की क़ीमत चुका रहे हैं…मोदी जी हार की हताशा में फर्ज़ी छापे-गिरफ़्तारी करवा रहे है। यह हमला मुख्यमंत्री चन्नी पर नहीं, पंजाब पर है, किसान आंदोलन का समर्थन करने की सजा है, यह बदला है कल किसानों द्वारा भाजपा को चुनावों में दंड दिए जाने के आह्वान का। ये हमला है ताकि छोटे मोदी- केजरीवाल की पार्टी की चोर दरवाज़े से मदद की जा सके।
वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि एक दलित मुख्यमंत्री को निशाना बनाया जा रहा है। 17 राज्यों में भाजपा की सरकार है, लेकिन मोदी जी ने एक भी दलित को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। क्या एक दलित मुख्यमंत्री भाजपा और मोदी को हजम नहीं हो रहा है ? वह पंजाब के किसानों से बदला लेना चाहते हैं। यह पंजाब को लेकर मोदी जी की नफरत को दिखाता है। यह पंजाब नहीं भूलेगा। पंजाब इसका जवाब देगा।