By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 18, 2020
शर्मा ने कहा, ‘‘अकाली दल राजग का हिस्सा है, लेकिन यह एक अलग राजनीतिक दल है। उन्होंने यह निर्णय कुछ राजनीतिक कारणों के चलते लिया है। हमारा (शिअद-भाजपा) गठबंधन है, लेकिन दोनों अलग राजनीतिक दल हैं। उन्होंने एक राजनीतिक निर्णय लिया है।’’ दोनों दलों के गठबंधन के जारी रहने पर शर्मा ने कहा कि उन्होंने (अकाली दल) ने खुद ही कहा है कि वे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल (राजग) का हिस्सा हैं। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में कहा था कि भविष्य के कदम और भाजपा नीत राजग गठबंधन में रहने या नहीं रहने को लेकर बाद में पार्टी की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। शर्मा ने कहा कि तीनों विधेयक ‘‘निश्चित रूप से कृषि आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’
पंजाब भाजपा प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य और सरकारी खरीद जारी रहेगी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि पंजाब की सत्तारूढ़ पार्टी किसानों को विधेयकों पर ‘‘भ्रमित’’ करने की कोशिश कर रही है ताकि ‘‘शराब माफिया, छात्रवृत्ति घोटाले, भ्रष्टाचार और अपने चुनावी वादों को निभाने में विफलता जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटा सके।