गहलोत दिल्ली में रहेंगे और पायलट घर जाएंगे: मदन लाल सैनी

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By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 29, 2018

गहलोत दिल्ली में रहेंगे और पायलट घर जाएंगे: मदन लाल सैनी

जोधपुर। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि विपक्षी पार्टी में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के आपसी टकराव के कारण जनता में कांग्रेस को लेकर घोर अविश्वास पैदा हुआ है और अब जनता तय कर चुकी है कि अशोक गहलोत दिल्ली में रहकर पार्टी की जिम्मेदारी संभालें और सचिन पायलट अपने घर वापस जाएं। सैनी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी किसानों एवं खेती को लेकर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया और कहा कि जनता में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर कोई नाराजगी नहीं है तथा राजस्थान में वसुंधरा के नेतृत्व में भाजपा सरकार की फिर से वापसी हो रही है।

राजस्थान भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘कांग्रेस में पांच-सात नेता मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। कोई जाति के आधार पर तो कोई क्षेत्र के आधार पर अपनी दावेदारी पेश कर रहा है और इनके समर्थक भी आपस में टकरा रहे हैं। इस कारण जनता में भी घोर अविश्वास पैदा हुआ है कि जब ये नेता सत्ता हासिल करने के लिए लड़ रहे हैं तो फिर सत्ता में आने पर वे जनता की बातों पर निश्चित तौर पर ध्यान नहीं देंगे और ऐसे में इनको सरकार में लाने का कोई मतलब नही हैं।’

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उन्होंने कांग्रेस महासचिव तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट पर निशाना साधा और कहा, ‘राजस्थान की जनता नहीं चाहती कि ये दोनों यहां रहें। पायलट जी से पूछा जाए कि वह कहां के हैं। जनता ने तय कर लिया है कि वह अपने घर जाएं और गहलोत जी के पास संगठन महासचिव की जिम्मेदारी है तो उन्हें भी दिल्ली में रहना चाहिए।’ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर जनता एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी होने संबंधी खबरों के बारे में पूछने पर सैनी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा और उनकी सभाओं में आ रही भीड़ से यह तय है कि वसुंधरा जी को लेकर नाराजगी नहीं है। जनकल्याण की योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन होने से जनता में संतुष्टि है। आने वाले चुनाव में यह बात साबित हो जाएगी।’

चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के एक मंच पर नजर नहीं आने से जुड़े सवाल पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘राजस्थान एक बड़ा राज्य है। अगर एक ही जगह सभी लोग एकत्र हो जाएंगे तो फिर क्या लाभ होगा। अभी पार्टी की जरूरत है कि सभी बड़े नेता अलग अलग स्थानों पर सभाएं करें ताकि हम सभी 200 सीटों को कवर कर सकें। इसी वजह से प्रधानमंत्री, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वसुंधरा राजे और दूसरे वरिष्ठ नेता अलग अलग स्थानों पर सभाएं कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि जहां जरूरत होती है वहां सारे नेता एक मंच पर होते हैं। अलवर की जनसभा में यही हुआ था।

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राजस्थान की भाजपा सरकार में किसानों की अनदेखी के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोप पर सैनी ने कहा, ‘राहुल जी को यह पता नहीं है कि राजस्थानों में किसानों का कर्जा माफ हुआ। कांग्रेस शासन में एक रुपये का कर्जा माफ नहीं हुआ। एक राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष किसानों को लेकर झूठ बोले, यह बहुत हास्यास्सपद है। दरअसल, राहुल गांधी को कृषि के बारे में कुछ नहीं पता है। उनका जनता पर कोई असर नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जनता अब पुरानी कांग्रेस सरकार और हमारी सरकार के कामों के बीच तुलना कर रही है और यह तय हो चुका है कि कांग्रेस हमारे मुकाबले में कहीं नहीं है। राजस्थान में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनने जा रही है।

यह पूछे जाने पर क्या ऐसी भी कोई स्थिति हो सकती है कि चुनाव में भाजपा की जीत पर वसुंधरा की जगह कोई औेर मुख्यमंत्री बने तो सैनी ने कहा, ‘काल्पनिक स्थिति के बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। पार्टी ने यही तय किया है कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि झालरापाटन में मुख्यमंत्री राजे के खिलाफ कांग्रेस की तरफ से मानवेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने का कोई असर नहीं होगा और वहां मुख्यमंत्री भारी मतों के अंतर से जीतेंगी। गौरतलब है कि राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों पर सात दिसंबर को मतदान होगा। 11 दिसंबर को नतीजे घोषित होंगे।

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