By नीरज कुमार दुबे | Oct 09, 2023
इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच लोग तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे हैं कोई इजराइल के समर्थन में खड़ा हो रहा है तो कोई फिलस्तीन के समर्थन में। देखा जाये तो इसमें कुछ गलत नहीं है लेकिन आतंकवादी हमले के खिलाफ हो रही कार्रवाई को जिस तरह मुस्लिमों के खिलाफ कार्रवाई करार देकर कुछ लोग भारत में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं वह बेहद गलत है। हम आपको बता दें कि इजराइल-हमास संघर्ष पर भारत का आधिकारिक रुख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्पष्ट कर चुके हैं उसके बावजूद उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने जिस तरह इजराइल के विरोध में और फिलस्तीन के समर्थन में रैली निकालते हुए धार्मिक नारेबाजी कर उन्मादी माहौल बनाया, वह भारत की छवि बिगाड़ने का एक प्रयास था।
हम आपको याद दिला दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इज़राइल पर हुए हमास के हमले को "आतंकवादी हमला" करार देते हुए इसकी निंदा की थी और कहा था कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहा था कि इस कठिन घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं। यही नहीं, भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भी कहा था कि उनके देश को भारत से बहुत मजबूत समर्थन की आवश्यकता होगी, क्योंकि वह (भारत) एक प्रभावशाली देश है और ‘‘आतंकवाद की चुनौती’’ को जानता है। जाहिर है ऐसे में हम सभी भारतीयों का यह कर्तव्य बनता है कि हम अपने देश के आधिकारिक रुख के साथ खड़े रहें और मित्र देश इजराइल पर हुए आतंकी हमले से निबटने के लिए किये जा रहे प्रयासों का समर्थन करें।
लेकिन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र खुलकर फिलस्तीन के समर्थन में उतर आए हैं। रविवार देर शाम विश्वविद्यालय परिसर में करीब 400 छात्रों ने रैली निकाली। इसमें फ्री फिलस्तीन, नारा-ए-तकबीर...अल्लाह हू अकबर। ला इल्लाह इल अल्लाह जैसे नारे लगाकर उन्मादी माहौल बनाने का प्रयास किया गया। इस रैली का एक वीडियो भी इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय परिसर में निकाली गयी रैली के दौरान छात्रों के हाथ में फिलस्तीन के समर्थन में पोस्टर भी थे। इस बीच, इस रैली के दौरान जो धार्मिक नारेबाजी की गयी उसको प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कहा है कि एएमयू के छात्र हमेशा ही खराब माहौल बनाते हैं जिससे विश्वविद्यालय की छवि खराब होती है। उन्होंने कहा कि सारा देश इजराइल के साथ खड़ा है लेकिन यहां के छात्र फिलस्तीन के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं। सांसद सतीश गौतम ने कहा कि वह इस बारे में विश्वविद्यालय के चांसलर और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखेंगे क्योंकि यहां आतंकवादियों को तैयार करने का काम किया जा रहा है।