By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 30, 2017
बुखारेस्ट। भ्रष्ट नेताओं को क्षमादान देने और अन्य अपराधों को आपराधिक श्रेणी से बाहर निकालने से जुड़े विवादित फरमानों का विरोध करने के लिए लगभग 40 हजार प्रदर्शनकारियों ने बुखारेस्ट और अन्य रोमानियाई शहरों की सड़कों पर प्रदर्शन किया। रोमानिया की राजधानी में सबसे बड़ा मार्च निकाला गया। इसमें लगभग 20 हजार लोग शामिल थे। राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुई चल रही भीड़ ‘रोमानिया जागो’ जैसे नारे लगा रही थी। इस माह की शुरूआत में प्रधानमंत्री सोरिन ग्रिंदीनू की सरकार ने गैर-हिंसक अपराधों के लिए पांच साल तक की सजा पाए हुए कैदियों को रिहा करने के लिए दो आपात फरमान जारी किए थे।
यदि इन फरमानों को लागू कर दिया जाता है तो कई निर्वाचित अधिकारियों और मजिस्ट्रेटों समेत लगभग 2500 ऐसे लोग जेल से बाहर होंगे, जिन्हें भ्रष्टाचार का दोषी करार दिया गया है। ग्रिंदीनू आपात अध्यादेशों के जरिए इन फरमानों को लागू करना चाहते हैं। इसके लिए संसद में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दो बच्चों की मां एंका ने कहा, ‘‘चोरों को छोड़ देना सामान्य नहीं है। यह हमारे बच्चों के लिए एक बुरा संदेश है।’’ न्याय मंत्री फ्लोरिन आयोर्डक ने प्रस्तावों का बचाव करते हुए कहा है कि इनसे भीड़भाड़ वाली जेलों पर दबाव कम करने में मदद मिलेगी। बुखारेस्ट में प्रदर्शनकारियों ने न्याय मंत्रालय की इमारत के पास से गुजरते हुए ‘‘इस्तीफा दो’’ के नारे लगाए।