पटना| चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह विफल रही है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस वास्तविकता को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं।
वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर में अपने जनसुराज अभियान के तहत एक सभा को संबोधित करते हुए किशोर ने आरोप लगाया, ‘‘बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगाना पूरी तरह से विफल रहा है। पूर्ण शराबबंदी वाला राज्य होने के बावजूद जो चाहते हैं उन्हें आसानी से यहां शराब मिल सकती है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से विफल रही है, लेकिनमुख्यमंत्री इस वास्तविकता को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं, वह इसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं।
बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए चुनावी रणनीतिकार ने राज्य में शराबबंदी के प्रभावी क्रियान्वयन पर सवाल उठाते हुए ट्विटर के जरिए ‘‘बिहार में शराबबंदी पूरे तरीके से फेल है’’ को लेकर आमजन से हां अथवा ना में राय मांगी है। बिहार सरकार ने पांच अप्रैल 2016 को राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था और इसका उल्लंघन करने वालों के लिए दंडनीय अपराध बना दिया था तथा इस कानून में अब तक कई बार संशोधन किया जा चुका है।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद दूसरे राज्यों से तस्करी कर लायी गयी शराब की जब्ती आए दिन होने के अलावा पिछले छह महीनों में जहरीली शराब की त्रासदियों ने चार दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।