By रितिका कमठान | Dec 18, 2024
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा इन दिनों लगातार अपने खास बैग को लेकर चर्चा में चल रही है। संसद में फिलिस्तीन लिखा बैग लेकर पहुंचने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा सुर्खियों में आ गई है। इस बैग ने नई राजनीतिक बहस को भी जन्म दे दिया है।
इसी बीच मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उन पर ‘फिलिस्तीन’ लिखा हुआ बैग ले जाने को लेकर किए गए कटाक्ष करने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इसका जवाब दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में बोलते हुए कहा था कि एक कांग्रेस नेता संसद में ‘फिलिस्तीन’ लिखा हुआ एक बैग लेकर घूमते देखे गए, जबकि यूपी सरकार युवाओं को अवसरों की तलाश में इजरायल भेज रही है।
आदित्यनाथ ने कहा था, "अब तक उत्तर प्रदेश से 5,600 से अधिक युवा निर्माण कार्य के लिए इज़राइल गए हैं। प्रत्येक युवा को वहां 1.5 लाख रुपये मासिक वेतन के अलावा मुफ्त भोजन और आवास मिलता है। सुरक्षा की भी पूरी गारंटी है।"
प्रियंका गांधी की आई प्रतिक्रिया
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि युवाओं को 'रोजगार' के लिए इजराइल के युद्ध क्षेत्र में फेंकना कोई उपलब्धि नहीं बल्कि शर्म की बात है। वाड्रा ने एक्स पर हिंदी में लिखा, "वे न तो राज्य में बेरोजगारी की स्थिति से अवगत हैं और न ही वे उन युवाओं और उनके परिवारों का दर्द समझते हैं।" उन्होंने मीडिया रिपोर्ट भी साझा कीं, जिनमें दावा किया गया है कि इजरायल में काम करने गए युवा बंकरों में छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं और कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, "उनके परिवार हमेशा डरे रहते हैं। हमारे होनहार युवा रोजगार के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं, क्योंकि आप रोजगार नहीं दे सकते।" "रोजगार के लिए हमारे युवाओं को युद्ध क्षेत्र में फेंकना पीठ थपथपाने वाली बात नहीं बल्कि शर्म की बात है।"
प्रियंका का फिलिस्तीन बैग
फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन प्रदर्शित करने के लिए वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा संसद में एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर "फिलिस्तीन" लिखा हुआ था, जिसकी भाजपा नेताओं ने आलोचना की। कांग्रेस महासचिव संघर्ष की शुरुआत से ही गाजा में इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं और फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करती रही हैं। एक दिन बाद, उन्हें बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ संदेशों से भरा एक बैग ले जाते हुए देखा गया।