मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 19 सितम्बर को कोरोना प्रकरणों की एक दिन में सबसे अधिक संख्या 2607 दर्ज की गई। इसके बाद अक्टूबर में यह संख्या 514 तक आ गई। पुन: 27 नवम्बर को 1798 प्रकरण दर्ज किए गए, जो 14 फरवरी को एक दिन में 141 की न्यूनतम स्थिति में आए। प्रकरणों की संख्या में इस गिरावट से जन-जीवन सामान्य होने लगा। व्यावसायिक, सामाजिक, धार्मिक आयोजनों में जन-सामान्य की सहजता से भागीदारी बढ़ी। अब प्रदेश के 10 जिलों में पुन: प्रकरणों में वृद्धि दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और उनके द्वारा दिए गए मंत्र दवाई भी और कड़ाई भी तथा टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन से कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रहेगी। आवश्यकता होने पर माइक्रो स्तर पर कंटेनमेंट जोन भी निर्मित किए जाएंगे।
मंत्रालय से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान भी उपस्थित रहे।