प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड विधानसभा चुनाव के सबसे महत्वपूर्ण दूसरे दौर के मतदान से आज खूंटी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला किया। मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की धरती को नमन करते हुए कहा कि झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति और कमल के फूल के प्रति एक विश्वास की भावना है। ये भाव है कि झारखंड का विकास अगर कोई दल कर सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ भाजपा की कर सकती है। मोदी ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान से 3 बाते स्पष्ट हुई हैं वह यह है कि लोकतंत्र को मजबूत करने और राष्ट्र निर्माण में झारखंड के लोगों की आस्था अभूतपूर्व है। दूसरी बात यह है कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार नक्सलवाद की कमर तोड़ी है, उससे यहाँ डर का माहौल कम हुआ है और विकास का माहौल बना है। पहले चरण के मतदान के बाद तीसरी बात ये भी स्पष्ट हुआ है कि, झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति एक विश्वास की भावना है।
मोदी ने कहा कि आज झारखंड के लोग देख रहे हैं कि दिल्ली और रांची में डबल इंजन लगाने से विकास की गति तेज भी होती है और स्थायी होती है। यहां की जनता सहज रूप से कह रही है झारखंड पुकारा, भाजपा दोबारा। झारखंड के विकास के लिए भाजपा की वापसी जरूरी है। आज झारखंड के हर व्यक्ति को केंद्र और राज्य सरकार की किसी ना किसी योजना का सीधा लाभ पहुंच रहा है। बिना किसी जाति के भेदभाव के, बिना किसी पंथ के भेदभाव, हर झारखंडवासी के विकास के लिए समान भावना से हम काम कर रहे हैं। विपक्ष पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि झारखंड ये भली भांति जानता है कि कांग्रेस और JMM की राजनीति छल और स्वार्थ की राजनीति है। जबकि भाजपा कर्म और सेवा भाव से काम करती है। आज उन क्षेत्रों में भी बिजली का तार पहुंचा है, जिन गांव में पहुंचना तक मुश्किल था। आज वो क्षेत्र भी सड़क से जुड़ रहे हैं, जहां कभी विरोधी दल के नेता झांकते भी नहीं थे। आज उन जनजातीय क्षेत्रों में भी पानी की लाइन पहुंच रही है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने अपने हाल पर छोड़ दिया था। उन पिछड़ों और आदिवासी परिवारों को भी अपना घर मिल पा रहा है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने झोंपड़ियों में रहने के लिए मजबूर कर रखा था।
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मोदी ने कहा कि आपके पड़ोस में जहां भाजपा की सरकारें नहीं है, वहां की स्थिति आप देख लीजिए। वहां किसानों, आदिवासियों और पिछड़ों के साथ झूठे वायदे करके कांग्रेस और उसके साथी दलों ने सरकार तो बना ली, लेकिन अब वादा पूरा करने से दूर भाग रहे हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 अब हट चुका है। अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को विकास और विश्वास के पथ पर ले जाने की जिम्मेदारी आदिवासी अंचल में ही जन्मे, पले-बढ़े, उपराज्यपाल जी के कंधे पर है। राम जन्मभूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने लगातार लटकाए रखा, वो भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया। भगवान राम अयोध्या से जब निकले थे तब तो राजकुमार राम थे और जब 14 साल के वनवास के बाद वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 14 साल भगवान राम ने आदिवासियों के बीच बिताए थे। ये संस्कार हैं आदिवासी भाई-बहनों के।