By अभिनय आकाश | Sep 29, 2022
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा कि हिरासत में एक युवती की मौत ने इस्लामिक गणराज्य में सभी को "दुखी" किया है। इसके साथ ही रईसी ने चेतावनी देते हुए कहा कि महसा अमिनी की मौत पर हिंसक विरोध फैलाने के बीच "अराजकता" को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दो हफ्ते पहले अमिनी की मौत ने पूरे ईरान में सरकार विरोधी विरोध प्रदर्शनों को हवा दे दी है। रईसी ने स्टेट टीवी के साथ एक साक्षात्कार में कहा हम सभी इस दुखद घटना से दुखी हैं ... (हालांकि) अराजकता अस्वीकार्य है। ईरान के राष्ट्रपति ने इस आंदोलन को लेकर अमेरिका पर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के दुश्मन हमारी एकता को खत्म करना चाहते हैं और आपस में लड़ाकर अपने मंसूबों को कामयाब करने में लगे हैं।
ईरान की सरकार प्रदर्शन को गोली, डंडे और आंसू गैस के बल पर दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं सोशल मीडिया वीडियो में ईरानियों को "तानाशाह की मौत" के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि फिर भी इस्लामिक गणराज्य का पतन निकट भविष्य में दूर की कौड़ी लगता है क्योंकि इसके नेता उस तरह की कमजोरी नहीं दिखाने के लिए दृढ़ हैं। 22 साल की महिसा अमीनी की मौत से चिंगारी भड़क की। अब उसकी आंच ईरान की सत्ता तक महसूस की जा रही है।
ईरान के प्रशासन की तरफ से कहा गया कि अमीनी की मौत किसी अत्याचार की वजह से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से हुई थी। ईरान के विदेश मंत्री अमीर अबदुल्लाहियान ने यूएन की बैठक में कहा कि इस तरह का प्रदर्शन कोई बड़ी बात नहीं है। इसके बाद उन्होंने एक रेडियो चैनल पर कहा कि ईरान में सत्ता परिवर्तन नहीं होने वाला है। ईरान के लोगों की भावनाओं के साथ किसी को नहीं खेलना चाहिए।