By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 04, 2023
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को जयपुर में डिजिटल तरीके से 1,000 मेगावॉट क्षमता की बीकानेर सौर बिजली परियोजना की आधारशिला रखी। यह परियोजना सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन लगाएगी। राष्ट्रपति दो दिन के दौरे पर राजस्थान गयी हुई हैं। बिजली कंपनी एसजेवीएन ने बयान में कहा कि इस मौके पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूद थे। बयान के अनुसार, परियोजना का क्रियान्वयन कंपनी की पूर्ण अनुषंगी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लि. (एसजीईएल) करेगी।
एसजेवीएन के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने कहा, ‘‘परियोजना पर 5,492 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इरेडा (भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) परियोजना को व्यावहारिक बनाने के लिये 44.72 लाख रुपये प्रति मेगावॉट का समर्थन देगी। यह परियोजना 5,000 एकड़ क्षेत्र में लगेगी।’’ उन्होंने कहा कि परियोजना का क्रियान्वयन मार्च, 2024 तक होगा। इस परियोजना से पहले साल 245.45 करोड़ यूनिट बिजली पैदा होगी और पूरी परियोजना अवधि यानी 25 साल में एकीकृत रूप से 5,683.8 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इससे कार्बन उत्सर्जन में 27,85,077 टन की कमी आएगी।
साथ ही इससे प्रत्यक्ष रूप से 200 और परोक्ष रूप से 1,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। शर्मा के अनुसार, परियोजना से उत्पादित बिजली के लिये दर 2.57 रुपये प्रति यूनिट तय की गयी है। इससे ग्राहकों को सस्ती बिजली मिल पाएगी। बयान के अनुसार, एसजेवीएन ने केंद्रीय लोक उपक्रम योजना चरण दो, किस्त तीन के तहत प्रतिस्पर्धी बोली के जरिये 1,000 मेगावॉट क्षमता की बीकानेर सौर बिजली परियोजना हासिल की है।