By अभिनय आकाश | Jan 04, 2024
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने चीन, कतर और लाल सागर गतिरोध के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर अपनी बात रखी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लाल सागर में जो स्थिति बनी हुई है उस पर हमलोग लगातार नजर रखे हुए हैं। हमारे जो रक्षा बल के लोग हैं इंडियन नेवी की शिप है वहां पेट्रोलिंग कर रहे हैं। हमारे जहाज जिन्हें सुरक्षा चाहिए उस पर नजर रखी जा रही है। अभी तक के हिसाब से उस इलाके में जो कोई भी मल्टीलेट्रल प्रोजेक्ट चल रहा है उसके अभी हम भाग नहीं है। लेकिन जो भी हालात हैं उसे हम मॉनिटर कर रहे हैं।
चीन से हो रही बात
चीन के बारे में हम सभी जानते हैं। चीन के साथ संबंध सामन्या नहीं है, हालांकि हमारी बातचीत उनसे चाहे वो मिलिट्री साइड से हो या डिप्लोमैटिक लगातार जारी है। अक्टूबर में कमांडर लेवल की मीटिंग भी हुई। भारत और चीन के बीच डब्ल्यूएमसीसी की 28वीं बैठक भी हुई। इसमें दोनों देशों के बीच वार्ता जारी रखने पर भी सहमति बनी। उच्च स्तरीय वार्ता में दोनों देशों के बीच बरकरार गतिरोध और विवादित मुद्दों को हल करने पर रचनात्मक चर्चा हुई। पूर्वी लद्दाख में पूर्ण सैन्य विघटन (सेना को पीछे हटाने) के प्रस्तावों पर भी खुली, रचनात्मक और गहन चर्चा में हुई।
कतर केस में क्या है अपडेट
कतर केस में 28 दिसंबर को वहां की कोर्ट ऑफ अपील ने एक जजमेंट दिया। इसके बाद हमने एक प्रेस रिलीज निकाली जिसमें मौत की सजा हटाने संबंधी जानकारी दी गई। आगे की विस्तृत जानकारी हमारी लीगल टीम के पास कोर्ट ऑर्डर है। मौत की सजा हटाने के बाद उन्हें अलग अलग अवधि की सजा मिली है। जहां तक आगे मसले की बात है 60 दिन का समय है जब इसे कतर की सबसे ऊंची अदालत में अपील की जा सकती है। इस मुद्दे पर हमारी लीगल टीम काम कर रही है। परिवारों के साथ भी हम लगातार बात कर रहे हैं।