By अंकित सिंह | Sep 08, 2022
बिहार में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। जबसे नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन के साथ सरकार बनाई है, तब से भाजपा लगातार उन पर निशाना साध रही है। इन सब के बीच कभी नीतीश कुमार के सहयोगी रहे प्रशांत किशोर भी अब नीतीश कुमार पर हमला करने लगे हैं। दरअसल, नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले ही प्रशांत किशोर को लेकर एक बयान दिया था। इसी बयान पर प्रशांत किशोर ने पलटवार किया है। प्रशांत किशोर ने बिहार में नौकरियों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि 17 साल सीएम रहने के बाद नीतीश कुमार को इस बात का ध्यान आया कि 10 लाख नौकरियां दी जा सकती हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 17 साल सीएम रहने के बाद नीतीश कुमार ने माना है कि 10 लाख नौकरियां दी जा सकती हैं। वह एक बड़े नेता हैं, उन्हें 'ए-जेड' से सब कुछ पता है जबकि दूसरों को कुछ नहीं पता। 12 महीने बीतने दें, फिर हम मैं पूछूंगा कि कौन 'एबीसी' जानता है और कौन 'एक्सवाईजेड' जानता है। दरअसल, नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली दौरे पर थे। वह विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए थे। हालांकि, प्रशांत किशोर ने साफ तौर पर कह दिया था कि बिहार की राजनीतिक उलटफेर का राष्ट्रीय राजनीति में कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार की आलोचना की थी। इसी बयान पर नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर पर पलटवार किया था। नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को प्रचार विशेषज्ञ कहते हुए साफ तौर पर कहा कि क्या वह एबीसी जानते हैं जो 2005 के बाद से किया गया है।
नीतीश कुमार की हालिया दिल्ली यात्रा पर रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि इसमें नया क्या है, हम कैसे मान लें कि विपक्ष कुछ नया कर रहा है? मुझे नहीं लगता कि यह 2024 के चुनावों से संबंधित कोई नाटकीय बदलाव लाएगा। वहीं, नीतीश ने आरोप लगाया था कि किशोर गुप्त रूप से भाजपा की मदद के लिए काम कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि उनके बयानों का कोई मतलब नहीं है। आपको बता दें कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने महागठबंधन के लिए रणनीति बनाई थी। उस महागठबंधन में नीतीश कुमार और लालू यादव शामिल थे। बाद में प्रशांत किशोर जातियों में शामिल हुए। नीतीश कुमार ने इन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया। हालांकि, बाद में प्रशांत किशोर को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया।