By अंकित सिंह | Jul 29, 2021
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति बनाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में वापसी कर सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह किस पार्टी को चुनेंगे? सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है उसके मुताबिक प्रशांत किशोर कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगातार जारी है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कमलेश प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी में क्यों शामिल करेगी? हालांकि कहीं ना कहीं प्रशांत किशोर की चुनावी रणनीति से कांग्रेस हमेशा प्रभावित रही है। तभी तो पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनका इस्तेमाल किया गया था। फिलहाल ना तो इस पर कांग्रेस की ओर से कुछ कहा जा रहा है और ना ही प्रशांत किशोर की ओर से आधिकारिक रूप से इस पर बयान दिया गया है।
इन सबके बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल होने संबंधी प्रस्ताव को लेकर हाल में ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की। राहुल गांधी द्वारा मांगे गए सुझाव में ज्यादातर नेताओं का मानना है कि प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को फायदा होगा। सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने 22 जुलाई को एक बैठक बुलाई थी जिसमें प्रशांत किशोर को पार्टी में दी जाने वाली भूमिका और उसके लाभ और हानि को लेकर चर्चा हुई थी। राहुल गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, कमलनाथ, अंबिका सोनी, हरीश रावत, केसी वेणुगोपाल और कुछ अन्य नेता शामिल हुए। सूत्रों ने बताया कि बैठक में शामिल अधिकततर नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि प्रशांत किशोर का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए फायदेमंद होगा।
राहुल गांधी की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की इस बैठक से पहले 13 जुलाई को प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उस बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी मौजूद थीं। इस मुलाकात के बाद से प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘प्रशांत किशोर पहले ही सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि कांग्रेस के बिना राष्ट्रीय स्तर पर कोई भाजपा विरोधी मोर्चा नहीं बन सकता। अगर वह कांग्रेस में शामिल होते हैं तो इससे पार्टी को फायदा होगा। ऐसी स्थिति में उनकी भूमिका क्या होगी, इस बारे में फैसला कांग्रेस आलाकमान को करना है।’’ उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह अब चुनावी रणनीतिकार की भूमिका से मुक्त होंगे। इसके बाद से ही उनके एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में कदम रखने की संभावना जताई जा रही है। वह कुछ साल पहले जनता दल (यू) में शामिल हुए थे, हालांकि बाद में उनको अलग होना पड़ा।
हाल के दिनों में प्रशांत किशोर सक्रिय राजनीति में दिखाई दे रहे हैं। वह लगातार विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि विपक्षी नेता को एक मंच पर लाने के लिए प्रशांत किशोर लगातार कोशिश कर रहे हैं। हाल में ही उन्होंने शरद पवार से दो बार मुलाकात की थी। इसके अलावा प्रियंका और राहुल गांधी से भी उनकी मुलाकात हुई थी। साथ ही साथ ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान उनकी विपक्षी नेताओं से मुलाकात की भी भूमिका प्रशांत किशोर ने ही तैयार की है। पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने यह कहा था कि अब वह चुनावी रणनीतिकार का काम नहीं देखेंगे। ऐसे में बात की उम्मीद की जा रही है कि वह ज्यादातर समय राजनीति में रहेंगे। सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही कांग्रेस या फिर तृणमूल कांग्रेस सेवा राज्यसभा में भी आ सकते हैं।