By अनुराग गुप्ता | Aug 31, 2020
बता दें कि प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें 10 अगस्त को सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उनका कोरोना टेस्ट हुआ और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टरों ने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया था जिसके बाद उनकी सर्जरी की गई थी। जिसके बाद वह गहरे कोमा में चले गए थे।
भारत के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर प्रणब मुखर्जी ने साल 2012 में शपथ ली थी और वह 2017 तक राष्टपति रहे। पूर्व राष्ट्रपति को साल 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 11 दिसंबर 1935 में जन्मे प्रणब मुखर्जी 2018 में आरएसएस के मुख्यालय नागपुर गए थे और वहां पर उन्होंने संघ के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता के तौर पर हिस्सा लिया था। हालांकि, उनके इस कदम से कांग्रेस असहज हो गई थी।