By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 01, 2020
वाशिंगटन।अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह भारत और अमेरिका के एक साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में विश्वास रखते थे। अमेरिका के कई प्रमुख नेताओं और संगठनों ने भी मुखर्जी के निधन पर शोक जताया और कहा कि भारत के महान राजनेता और विद्वान के तौर पर उन्हें याद किया जाएगा। मुखर्जी (84) का सोमवार की शाम को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह पिछले 21 दिन से अस्पताल में भर्ती थे।
बाइडेन ने कहा, ‘‘ (पूर्व) राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी एक लोक सेवक थे, जिन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने में हमारे दोनों राष्ट्रों के महत्व पर गहरा विश्वास किया। जिल (बाइडेन की पत्नी) और मैं उनके निधन की खबर से दुखी हैं। उनके प्रियजनों और भारतीय लोगों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।’’ अमेरिका के विदेश उप मंत्री स्टीफन बेगुन ने कहा कि अमेरिका-भारत की मजबूत साझेदारी मुखर्जी की कई स्थायी विरासतों में से एक होगी। शीर्ष राजनयिक ने कहा, ‘‘ भारत के महान राजनेता और विद्वान के तौर पर उन्हें याद किया जाएगा। जब वह मंत्री थे, उन्होंने अमेरिका और भारत के संबंधों को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’ ‘यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल’ ने ट्वीट किया कि मुखर्जी के निधन से, भारत ने एक महान राजनेता खो दिया। वह अमेरिका-भारत के संबंधों के समर्थक थे। अमेरिका में ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ ने मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख और गंभीर संवेदना व्यक्त की। वहीं नॉर्थ अमेरिका तेलुगु सोसाइटी ने कहा कि मुखर्जी अपने काम की एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।