By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2021
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता बनर्जी का विधानसभा सदस्य बनना बेहद जरूरी है। क्या आज हो रहे उपचुनाव में जनता उनको मौका देगी यह आज हम इस रिपोर्ट में जानेंगे लेकिन आपको बता दें कि इस उपचुनाव के दौरान भी जमकर राजनीतिक हिंसा देखने को मिली। इसके अलावा आज की रिपोर्ट में बात करेंगे कांग्रेस में नेता क्यों कर रहे हैं आपस में ही दो दो हाथ। जानेंगे कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद के बाद अब आनंद शर्मा ने क्या बोला है। इसके अलावा बात करेंगे दिल्ली में पटाखों की बिक्री से कारोबारियों के बीच उपजे रोष की।
नमस्कार। न्यूजरूम में आप सभी का स्वागत है। पश्चिम बंगाल में भवानीपुर विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में कड़ी सुरक्षा के बीच वोट डाले जा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। भवानीपुर के अलावा मुर्शिदाबाद जिले की समसेरगंज सीट और जंगीपुर सीट के लिए भी मतदान कराया जा रहा है। इन तीनों सीटों पर कुल 6,97,164 मतदाता हैं। इन तीनों ही सीटों की मतगणना दो अक्टूबर को की जाएगी। हम आपको याद दिला दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से हार गई थीं। अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें इस उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी। वहीं, दो उम्मीदवारों की मौत के बाद अप्रैल में जंगीपुर और समसेरगंज में चुनाव रद्द करना पड़ा था। इसलिए यहां अब चुनाव कराया जा रहा है। भवानीपुर में ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल मैदान में हैं, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने श्रीजीब बिस्वास को टिकट दिया है। आज सुबह मीडिया से बातचीत में टिबरेवाल ने अपनी जीत की उम्मीद जताई है।
आपस में ही भिड़ रहे कांग्रेसी
दूसरी ओर कांग्रेस नेता आपस में दो-दो हाथ करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के आवास के बाहर हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन की निंदा करते हुए कहा है कि इस ‘उपद्रव’ में शामिल लोगों के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कपिल सिब्बल के घर पर हमला और उपद्रव के बारे में सुनकर स्तब्ध और आहत हूं। इस निंदनीय कृत्य से पार्टी की बदनामी होती है। इसकी कड़ी भर्त्सना की जानी चाहिए।’’ राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि मतभिन्नता लोकतंत्र का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह है कि वह कड़ी कार्रवाई करें।’’ उल्लेखनीय है कि कपिल सिब्बल की ओर से पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा किये जाने के बाद पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सिब्बल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ नारेबाजी की। सिब्बल के आवास के बाहर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर ‘गेट वेल सून सिब्बल’ (सिब्बल आप जल्द स्वस्थ हों) लिखा हुआ था। उन्होंने ‘गद्दारों को पार्टी से बाहर निकालो’ के नारे भी लगाए।
सिब्बल ने पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर बुधवार को पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराये जाने चाहिए। उन्होंने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का उल्लेख करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया कि ‘‘जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं।’’ सिब्बल ने जोर देकर कहा, ‘‘हम ‘जी हुजूर 23’ नहीं हैं। हम अपनी बात रखते रहेंगे।''
दिल्ली में पटाखा कारोबारी नाराज
दूसरी ओर, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। इस आदेश को लेकर पटाखा कारोबारियों के बीच रोष देखने को मिल रहा है। इन कारोबारियों का कहना है कि दिल्ली सरकार हमारे पीछे पड़ी हुई है।